कोरोना की बढ़ने लगी रफ्तार, फिर एहतियात बरतने की जरूरत
जगदीश कुमार जालंधर कोरोना फिर से सक्रिय होने लगा है। मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। क
जगदीश कुमार, जालंधर
कोरोना फिर से सक्रिय होने लगा है। मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। कोरोना से बचाव के लिए लोगों को एक बार फिर एहतियात बरतने की जरूरत है। बच्चों व बुजुर्गो को खास एहतियात बरतने की जरूरत है। कोरोना को पूरी तरह से हराने के लिए वैक्सीन का सुरक्षा चक्र मजबूत करना होगा। पिछले एक माह में जिले में 208 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 138 के करीब पुरुष तथा 30 महिलाएं शामिल हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या भी 6.38 गुणा बढ़ गई है। वहीं तीन लोगों की कोरोना से मौत हुई है। ज्यादातर लोगों को वैक्सीन की डोज लगी होने की वजह से कोरोना का मुकाबला करने में सक्षम हैं। इस कारण गंभीर मरीजों की संख्या बहुत कम है। जून की शुरुआत में जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 13 थी जो दो जुलाई को 83 तक पहुंच गई। पांच से सात दिन में ठीक हो जा रहे मरीज
सेहत विभाग से सेवानिवृत्त डा. कश्मीरी लाल का कहना है कि संपूर्ण वैक्सीन लगवाने वालों की प्रतिरोधक शक्ति मजबूत है। वहीं इनमें शुगर, हायपरटेंशन, दिल, किडनी तथा कैंसर जैसे रोगों से लड़ रहे मरीजों की अन्य लोगों के मुकाबले प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होती है। इनमें कई लोगों को संपूर्ण वैक्सीन होने के बावजूद दोबारा कोरोना हुआ है। वह इस दौर में ओमिक्रोन होने की संभावना व्यक्त कर रहे हैं। मरीज कोरोना की चपेट में आने के पांच से सात दिन में बिल्कुल ठीक हो रहे हैं। ज्यादातर मरीजों में तो कोरोना के लक्षण भी नहीं आ रहे हैं। उन्होंने लोगों को सावधानियां बरतने की सलाह दी है। लोग संपूर्ण वैक्सीनेशन जरूर करवाएं : डा. रमन शर्मा
सिविल सर्जन डा. रमन शर्मा का कहना है कि गंभीर बीमारियों व सह बीमारियों के साथ कोरोना पाजिटिव आने वाले मरीजों के साथ सीधा संपर्क करेंगे। रैपिड रिस्पांस टीमों को कोरोना के नए मामलों की सीधी रिपोर्ट उन्हें देने की हिदायतें दी हैं। सह बीमारियों के मरीजों को कोरोना के लक्षण आते ही सरकारी अस्पताल में संपर्क करना चाहिए। इलाज में देरी की वजह से समस्या गंभीर हो सकती है। उन्होंने कोरोना से बचाव करने के लिए लोगों को भीड़ वाली जगह पर जाने से परहेज करने तथा मास्क लगाने की बात कही है। इसके अलावा संपूर्ण वैक्सीनेशन जरूर करवाएं।
----- माह पाजिटिव मरीज सक्रिय मरीज
15 जून 3 31
16 8 35
17 5 34
18 2 36
19 3 24
20 4 26
21 14 36
22 10 39
23 3 36
24 13 47
25 5 50
26 6 51
27 12 49
28 18 58
29 11 67
30 14 68
01 जुलाई 19 79
02 12 83 कोरोना के साथ अन्य बीमारियों के कारण भी हुई थी मौतें
पिछले एक माह में कोरोना के साथ अन्य बीमारियां होने से भी तीन मौतें हुई। इसके अलावा दो महिलाओं की भी मौत हुई। विभाग ने उन्हें कोरोना की मौतों की सूची में शामिल नहीं किया। महिलाओं के फेफड़े टीबी की बीमारी की वजह से पूरी तरह से खराब हो चुके थे। इस दौरान उन्हें कोरोना हो गया। विभाग ने मौत का कारण कोरोना बताया। इसके अलावा कोरोना से मरने वालों की सूची में शामिल मरीजों में दो बुजुर्गो को दिल की बीमारी, हाई बीपी तथा शुगर थी। एक मरीज को एचआइवी भी था। कब-कब हुई मौतें
तिथि आयु लिग क्षेत्र अन्य बीमारियां वैक्सीनेशन
12 जून 77 पुरुष देहात हायपरटेंशन, शुगर व दिल की बीमारी संपूर्ण टीकाकरण
29 52 पुरुष देहात एचआइवी व हायपरटेंशन संपूर्ण टीकाकरण
1 जुलाई 86 महिला शहरी हायपरटेंशन, शुगर व दिल की बीमारी संपूर्ण टीकाकरण