शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीज दवा में न बरतें लापरवाही
कोरोना वायरस का खतरा थम नही रहा है। शुगर व बीपी के मरीजों को इसका ज्यादा खतरा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कोरोना वायरस का खतरा थम नही रहा है। शुगर व बीपी के मरीजों को इसका ज्यादा खतरा है। इन बीमारियों से जूझ रहे मरीजों की संख्या अधिक हैं। इलाज में लापरवाही बरतने वाले मरीजों के लिए कोरोना का हमला घातक सिद्ध हो रहा है। ऐसा मानना है टैगोर हार्ट केयर अस्पताल के एमडी डॉ. विजय महाजन का। उनका कहना है कि शुगर व हाई ब्लड प्रैशर (बीपी) के मरीजों को कोरोना से बचने के लिए सामान्य लोगों के मुकाबले ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। दवाइयों का सेवन करने व बीमारी की वजह से इन बीमारियों से ग्रस्त से मरीजों की प्रतिरोधक शक्ति कमजोर होती है। कोरोना का अटैक होने से शरीर को सुरक्षित करने वाले सैल डैमेज होने के बाद समस्या गंभीर हो जाती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
-बिना वजह घर से बाहर न निकलें।
-समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप करवाएं।
-डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा का सेवन करें।
-मीठे और नमकीन खाद्य पदार्थों के सेवन से गुरेज करें।
-सुबह सैर जरूर करें।
- मेडिटेशन व योग करें।
-तनाव मुक्त रहें।
-घर से बाहर निकलते समय मास्क पहने।
-बार-बार साबुन से हाथ धोएं।
-घर में बना सादा पौष्टिक आहार लें।
-बाजार में बिकने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करें।
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केवली कुंभकासन से होती है स्मरण शक्ति मजबूत: जैसवाल
कोरोना से बचने के लिए केवली कुंभकासन का अहम रोल है। यही कारण है कि केवली प्राणायाम को कुंभकों का राजा कहा जाता है। अगर इस आसन को तैराक नियमित रूप से करें तो तैरने की गति और स्टेमिना बढ़ सकता है। यह प्राणायाम कब्ज की शिकायत दूर कर पाचनशक्ति को बढ़ाता है। इससे प्राणशक्ति शुद्ध होकर आयु बढ़ती है। यह मन को स्थिर व शांत रखने में भी सक्षम है। इससे स्मरण शक्ति का विकास होता है। इससे व्यक्ति भूख को कंट्रोल कर सकता है और तैराक पानी में घंटों बिना हाथ-पैर हिलाए रह सकता है। -योगाचार्य कपिल जैसवाल