जीएनडीयू की परीक्षा में विद्यार्थियों को इस बार नहीं मिलेगी ओपन च्वाइस, जानें अब क्या नया होगा
जीएनडीयू ने आनलाइन परीक्षाओं की डेटशीट जारी करनी शुरू कर दी है। बीते वर्ष हुई आनलाइन परीक्षाओं में विद्यार्थियों को प्रश्नों के प्रत्येक भाग में ओपन च्वाइस दी गई थी। जिसके तहत आठ प्रश्नों से किन्हीं चार प्रश्नों का करना अनिवार्य किया गया था। इस बार इसे बदला गया है।
जालंधर [अंकित शर्मा]। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की तरफ से आनलाइन ली जाने वाली परीक्षाओं की डेटशीट जारी करनी शुरू कर दी है। मगर इसमें विद्यार्थियों को यह भी ध्यान रखना होगा कि इस बार पिछले साल के मुकाबले में परीक्षा पैट्रन में बदलाव भी किया गया है। बीते वर्ष हुई आनलाइन परीक्षाओं में विद्यार्थियों को प्रश्नों के प्रत्येक भाग में ओपन च्वाइस दी गई थी। जिसके तहत आठ प्रश्नों से किन्हीं चार प्रश्नों का करना अनिवार्य किया गया था। इससे विद्यार्थियों को चुनिंदा प्रश्न करने की छूट मिल जाने से बेहद राहत मिली थी। जो इस बार नहीं मिलेगी। विद्यार्थियों को परीक्षा पत्र में चार भाग दिए जाएंगे और उन्हें चारों भागों से एक-एक प्रश्न करना अनिवार्य होगा। यानि कि अगर साफ शब्दों में कहें कि किसी एक भाग से दो प्रश्नों को कर लिया गया तो उसके अंक नहीं मिलेगा। इसलिए विद्यार्थियों की परीक्षा के मद्देनजर बदले गए नियमों का ध्यान अवश्य रखना होगा।
बता दें कि जीएनडीयू की तरफ से परीक्षाओं संबंधी विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए एसओपी जारी कर दी गई है। जिसे फालो करना सभी के लिए अनिवार्य होगा। इसके तहत विद्यार्थियों को कुल मिलाकर 3 घंटे 45 मिनट का परीक्षा करने से लेकर उत्तर पुस्तिका की पीडीएफ फाइल बनाकर भेजने के लिए समय दिया गया है। यही नहीं दिव्यागों के लिए परीक्षा के तीन घंटों के अतिरिक्त 60 मिनट दिए गए हैं। यानी कि उन्हें चार घंटे में परीक्षा करनी होगी। यही नहीं अगर दिव्यांगों के राइटर की जरूरत है तो उसके लिए भी नियमों का ध्यान रखना अनिवार्य होगा। परीक्षा समय बीत जाने के बाद किसी की भी उत्तर पुस्तिका को स्वीकारा नहीं जाएगा। अगर इनविजिलेटर को लगता है कि उत्तर पुस्तिका क्लियर नहीं हैं तो विद्यार्थी से दोबारा भी मंगवाई जा सकती है।
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