जालंधर में लतीफपुरा का नक्शा बनाकर कब्जा हटाने की रणनीति आज होगी फाइनल, जानिए क्या है पूरा प्लान
जालंधर में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की जमीन पर कब्जा करके लतीफपुरा कॉलोनी को खाली करवाने के लिए आज रणनीतिक बैठक होगी। शुक्रवार शाम को पुलिस कमिश्नर और विधायक मेयर जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन कार्रवाई के लिए मीटिंग कर सकते हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की करीब 100 करोड़ रुपए की जमीन पर कब्जा करके लतीफपुरा कॉलोनी को खाली करवाने के लिए आज रणनीतिक बैठक होगी। पुलिस कमिश्नर नौनिहाल सिंह ने कार्रवाई को अंजाम देने से पहले पूरे इलाके में एक्शन प्लान बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए लतीफपूरा और आसपास के इलाके का नक्शा बनवाया जा रहा है। शुक्रवार शाम को पुलिस कमिश्नर और विधायक मेयर जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन कार्रवाई के लिए मीटिंग कर सकते हैं।
मीटिंग में कॉलोनी का नक्शा भी मौजूद रहेगा और नक्शे के हिसाब से ही पुलिस की तैनाती का प्लान बनाया जाएगा। यहां पर लोगों का बड़ा विरोध झेलना पड़ सकता है इसलिए यह किया जा रहा है कि लोगों की घेराबंदी किस तरीके से की जाए ताकि विरोध होने के बावजूद कब्जा खत्म किया जा सके। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट लतीफपुरा का नक्शा भी तैयार करवा रहा है और घरों की गिनती के साथ-साथ यह भी जानकारी जुटा रहा है कि किस घर में कितने लोग रह रहे हैं इसमें से कितने बुजुर्ग, जवान और बच्चे हैं ताकि कार्रवाई को अंजाम देने से पहले इनकी सुरक्षा भी यकीनी बनाई जा सके। लतीफपुरा से कब्जा हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर भी 2 साल पहले जारी हो चुके हैं। 18 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के साथ-साथ पंजाब सरकार को भी जवाब देना है इसलिए 18 नवंबर से पहले एक कार्यवाही की तैयारी की गई है।
निगम के जेई के साथ आफिस के बाहर मारपीट, बाद में समझौता
जालंधर नगर निगम के बीएंडआर डिपार्टमेंट के जूनियर इंजीनियर अमरजीत सिंह के साथ दादा कालोनी जोन आफिस में मारपीट की गई है। मामला दीवाली के दिन का है। गाजी गुल्ला में निर्मला देवी को मकान की तीसरी किस्त नहीं मिली थी। निर्मला देवी के पारिवारिक सदस्यों ने जेई अमरजीत सिंह से फोन पर बहस की और फिर आफिस पहुंच गए। जेई को दादा कॉलोनी जोन आफिस के बाहर बुलाया और मारपीट शुरू कर दी। जूनियर इंजीनियर को इसमें काफी चोटें आई हैं। जूनियर इंजीनियर ने इसके खिलाफ थाना 8 की फोकल प्वाइंट चौकी में शिकायत दी। हालांकि बाद में समझौता हो गया।