आर्थिक संकट से घिरी पंजाब सरकार, केंद्र से मिलने वाला स्मार्ट सिटी का पैसा कराएगा प्रोजेक्ट पास !
जालंधर-दिल्ली की रेल खंड पर मौजूद गुरू नानक पुरा रेलवे क्रॉसिंग पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ही ओवरब्रिज बनवाए जाने की कवायद शुरू हो गई है।
जालंधर, मनुपाल शर्मा। आर्थिक संकट से बुरी तरह से घिर चुकी पंजाब सरकार के लिए केंद्र से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आने वाला पैसा राज्य में विकास की गाड़ी का पहिया घुमा सकता है। पंजाब सरकार के खाते में इस समय राज्य के बड़े प्रोजेक्टों को हरी झंडी दिखाने के लिए पर्याप्त फंड मौजूद नहीं है, जिस वजह से फिलहाल लंबित प्रोजेक्टों के तीव्र गति से आगे बढ़ने पर संशय की स्थिति बनी हुई है। हालांकि केंद्र द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत राज्यों, जिसमें पंजाब भी शामिल है, को पैसे भिजवाए गए हैं। अभी तक भी इस पैसे का 100 फीसद उपयोग संभव नहीं हो सका है और फिलहाल पैसा राज्य में ही पड़ा हुआ है।
यही वजह है कि जालंधर-दिल्ली की रेल खंड पर मौजूद गुरू नानक पुरा रेलवे क्रॉसिंग पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ही ओवरब्रिज बनवाए जाने की कवायद शुरू हो गई है। जिला प्रशासन व नगर निगम की तरफ से इस संबंध में सरकार को पत्र भी भिजवाए गए हैं। हालांकि यह कवायद जालंधर के पूर्व डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा के समय ही शुरू की जा चुकी थी।
विधानसभा हलका जालंधर सेंट्रल के विधायक राजेंद्र बेरी ने कहा कि इससे पहले लुधियाना में भी दो अति महत्वपूर्ण निर्माण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मिले पैसे से तैयार करवाए जा चुके हैं। अगर लुधियाना में ऐसा संभव हो सकता है तो इसे हर हाल में जालंधर में भी लागू करवाया जाएगा और गुरु नानक पुरा रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लुधियाना में तो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मिले पैसे में से 60 फीसद खर्च भी किया जा चुका है। राजेंद्र बेरी ने कहा कि रेलवे ओवर ब्रिज जैसे निर्माण भी सिटी को स्मार्ट बनाने की कवायद का ही हिस्सा है, इस कारण सरकार के पैसे का सदुपयोग किया जाना चाहिए।