महंगे रेट का डंक : पंजाब में पेट्रोल की भी 'तस्करी'
पंजाब में आसमान छूती कीमतों ने पेट्रोल की 'तस्करी' ही शुरू करवा डाली है। ग्रामीण पंजाब में पड़ोसी राज्यों से लाया गया पेट्रोल धड़ल्ले से कैनियों में भर कर बेचा जा रहा है।
मनुपाल शर्मा, जालंधर : पंजाब में आसमान छूती कीमतों ने पेट्रोल की 'तस्करी' ही शुरू करवा डाली है। ग्रामीण पंजाब में पड़ोसी राज्यों से लाया गया पेट्रोल धड़ल्ले से कैनियों में भर कर बेचा जा रहा है। सड़क पर ही छतरी लगा कर पेट्रोल की कैनी भर कर रख दी जा रही है और लोगों के वाहनों में प्रति लीटर की दर से पेट्रोल डाला जा रहा है। चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के साथ लगते कस्बों में धड़ल्ले से जारी स्मगल किए गए पेट्रोल की बिक्री को आम ही देखा जा सकता है। ग्रामीण इलाकों में इस पर कोई रोक नहीं है। हाइवे तक पर भी पेट्रोल बेचने को लगाई गई छतरिया देखी जा सकती हैं।
पंजाब में इस समय पेट्रोल की बिक्री पर 35.25, हरियाणा में 26.25, हिमाचल प्रदेश में 24.39 और चंडीगढ़ में 19.76 फीसद वैट वसूला जा रहा है। वैट की दर के मुताबिक हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल की कीमत पंजाब की तुलना में सवा 5 रुपए प्रति लीटर और चंडीगढ़ में लगभग साढ़े 8 रुपये प्रति लीटर सस्ती है। 100 लीटर की बिक्री के पीछे 800 रुपए तक फायदा हो रहा है। अधिकतर जगहों पर तो अलसुबह अथवा रात में ड्रमों में पड़ोसा राज्यों से पेट्रोल भर कर लाया जाता है और फिर उसे कैनियों में भर कर बेचा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में पेट्रोल पंप थोड़ी दूरी पर हैं, लेकिन पेट्रोल की कैनिया तो घरों और दुकानों के आगे ही उपलब्ध हैं।
पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन, पंजाब के प्रवक्ता मौंटी गुरमीत सहगल ने कहा कि किसी कठोर नीति के अभाव में ऐसा हो रहा है। सब कुछ ही गलत हो रहा है। रेवेन्यू, एक्सपलोसिव एक्ट, माप तोल आदि सब कुछ तो ताक पर है। बिक्त्री पंजाब में हो रही है और वैट पड़ोसी राज्यों के खजाने में जा रहा है। सीमात क्षेत्र में पंजाब का पैट्रोलियम व्यवसाय इसी कारण तो तालाबंदी की कगार पर पहुंच गया है। सड़क पर तेल की कैनी को अगर आग पकड़ ले तो विस्फोट ही होगा। नुकसान का जिम्मेदार कौन होगा? सड़क पर तो आग बुझाने के लिए कोई अग्निशमन यंत्र भी नहीं है। पंजाब सरकार को अब भी सबक लेना चाहिए और शीघ्र पेट्रोल की बिक्री पर वैट की दर को पड़ोसी राज्यों की दर के बराबर लाना चाहिए।