सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल निजी स्कूलों में बनेंगे स्मार्ट
प्रदेश में नए सेशन से शुरू हो रहे स्मार्ट स्कूलों के ¨प्रसिपल अपने-अपने क्षेत्रों के गुणवत्ता वाले प्राइवेट स्कूल का दौरा कर वहां इस्तेमाल की जा रही स्मार्ट टीचिंग तकनीक जानेंगे। इसे लेकर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को शुक्रवार को डीजीएसई ने निर्देश जारी किए हैं।
कुसुम अग्निहोत्री, जालंधर
प्रदेश में नए सेशन से शुरू हो रहे स्मार्ट स्कूलों के ¨प्रसिपल अपने-अपने क्षेत्रों के गुणवत्ता वाले प्राइवेट स्कूल का दौरा कर वहां इस्तेमाल की जा रही स्मार्ट टीचिंग तकनीक जानेंगे। इसे लेकर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को शुक्रवार को डीजीएसई ने निर्देश जारी किए हैं। इसमें दौरे को अनिवार्य बताने के साथ इसकी रिपोर्ट सप्ताह भर के अंदर डीजीएसई को भेजने को कहा गया है। पंजाब में 393 स्मार्ट स्कूल पहली अप्रैल से शुरू होने जा रहे हैं।
स्मार्ट स्कूलों के लिए प्रदेश भर से 393 स्कूलों का चयन हाल ही में शिक्षा विभाग ने किया था। इनमें छठी से 12वीं कक्षा तक बेहतर परीक्षा परिणाम देने वाले सरकारी स्कूल शामिल हैं न की कोई नया स्कूल खोला गया है।
स्मार्ट स्कूल में स्मार्ट क्लास रूम, बच्चों की पढ़ाई अंग्रेजी मीडियम में होगी। इन स्कूलों को शुरू करने से पहले अब इनके प्रिंसिपल से अपने क्षेत्र में पड़ते उन स्कूलों का दौरा करने के लिए कहा गया है जिनमें स्मार्ट क्लासेस हैं। पढ़ाई में उच्च तकनीक के इस्तेमाल के साथ जिनका इन्फ्रास्ट्रक्चर अच्छा है। ¨प्रसिपल को कहा गया है कि दौरे के दौरान वे स्मार्ट एजुकेशन की सारी तकनीक को बारीकी से देखें औ सीखें। जानें किअध्यापकों और विद्यार्थियों का लर्निग प्रोसेस क्या है। शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि यह कोई नई योजना नहीं हैं। बल्कि अकाली-भाजपा सरकार के समय 217 ब्लाकों में एक-एक स्कूल खोला जाना था। योजना अब क्लीयर अब हुई है।
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अच्छे शिक्षक और बुनियादी सुविधाएं जरूरी
इस बारे में शिक्षाविद् व रिटायर्ड सीईओ बीएस भाटिया का कहना है कि सरकार स्मार्ट स्कूल चालू करने के लिए तो तैयार है लेकिन इन स्कूलों के लिए अच्छे शिक्षक व इन्फ्रास्ट्रक्चर कहां से लाएगी। स्मार्ट स्कूल के लिए अच्छा इनफास्ट्रक्चर व अच्छे शिक्षकों का होना भी बहुत जरूरी है। पंजाब के सरकारी स्कूलों की जमीनी हकीकत किसी से छिपी नहीं हैं।