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लॉक डाउन में फसें स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट

कोरोना वायरस के कारण करीब दो महीने के लॉक डाउन के कारण पटरी से उतरे स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट दोबारा शुरू नहीं हो पाए हैं। तीन साल की प्रक्रिया से गुजरने के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रोजेक्ट इसी साल शुरू हुए थे लेकिन जो काम शुरू हुए थे वह भी लटक गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 May 2020 10:11 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 06:03 AM (IST)
लॉक डाउन में फसें स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट
लॉक डाउन में फसें स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट

जागरण संवाददाता जालंधर

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कोरोना वायरस के कारण करीब दो महीने के लॉक डाउन के कारण पटरी से उतरे स्मार्ट सिटी के 1000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट दोबारा शुरू नहीं हो पाए हैं। तीन साल की प्रक्रिया से गुजरने के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी के प्रोजेक्ट इसी साल शुरू हुए थे लेकिन जो काम शुरू हुए थे वह भी लटक गए हैं। सांसद चौधरी संतोख सिंह ने स्मार्ट सिटी कंपनी की सीईओ शेना अग्रवाल के साथ प्रोजेक्ट्स रिव्यू किए।

इस दौरान सांसद ने निर्देश दिया है कि बंद पड़े कामों को शुरू करवाया जाए और जो काम टेंडर प्रोसेस में फंसे हैं उन्हें भी क्लियर किया जाए। विधायक राजिदर बेरी ने भी कहा है कि सभी विधायक इस मुददे पर सोमवार को मीटिग करेंगे ताकि काम में तेजी लाई जा सके। 11 चौकों का सुंदरीकरण रुका

कोरोना वायरस से पहले शहर के 11 चौक के सुंदरीकरण, 17 इमारतों पर सोलर पावर प्लांट लगाने और साइन बोर्ड प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था। इसी तरह नॉर्थ हलके में ग्रीन बेल्ट पर भी काम शुरू हो चुका था लेकिन कोरोना के कारण अब सभी प्रोजेक्ट रुके हुए हैं।

------ स्पो‌र्ट्स हब, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर प्रोजेक्ट टेंडर प्रोसेस में फंसे

स्मार्ट सिटी कंपनी के दो बड़े प्रोजेक्ट स्पो‌र्ट्स हब और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर प्रोजेक्ट टेंडर प्रोसेस में ही फंस गए हैं। यह दोनों प्रोजेक्ट शहर की डेवलपमेंट और इमेज के लिए महत्वपूर्ण हैं लेकिन अब इनमें भी देरी होगी। स्पो‌र्ट्स हब प्रोजेक्ट करीब-करीब फाइनल होने वाला था। यह प्रोजेक्ट करीब 250 करोड रुपये का है। इसी तरह शहर की सुरक्षा से जुड़ा करीब 116 करोड़ का इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर प्रोजेक्ट का टेंडर अब रद्द कर दिया गया है और इसका टेंडर दोबारा लगाया जाएगा। इसमें सुरक्षा के मद्देनजर से करीब 1250 हाई पावर कैमरे लगाए जाने हैं। स्मार्ट रोड, नहर और गंदे नाले के सुंदरीकरण का प्रोजेक्ट भी शहर के लिए अहम है। यह काम शुरू होने में कम से कम छह महीने लग सकते हैं। --------

कई प्रोजेक्ट्स के टेंडर आगे बढ़ाए

स्मार्ट सिटी कंपनी ने लॉक डाउन में बार-बार बढ़ोतरी के कारण अब तीसरी बार कई प्रोजेक्ट्स के टेंडर को ओपन करने की तारीख आगे बढ़ाई है। यह टेंडर अब जून में खुलेंगे। स्मार्ट सिटी कंपनी ने टेंडर ओपन करने की तारीख बढ़ाने के लिए तीसरी बार निर्देश जारी किए हैं। इन प्रोजेक्ट में सेनेटरी नैपकिन मशीन, प्लास्टिक बोतल क्रशिग मशीन, कंस्ट्रक्शन एंड डेकोरेशन वेस्ट प्रोजेक्ट शामिल हैं। हालांकि यह तीनों ही प्रोजेक्ट तेजी से पूरे किए जाने थे। सेनेटरी नैपकिन मशीन और प्लास्टिक बोतल क्रशिंग मशीन खरीद के लिए सारी प्लानिग पूरी हो चुकी है। -------

बस्ती पीरदाद एसटीपी का पानी खेती में इस्तेमाल होगा

बुधवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की रिव्यू मीटिग में सांसद चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि प्रोजेक्ट पर काम तेज किए जाएं क्योंकि सभी से जनता को काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने 50 सरकारी इमारतों पर वाटर हारवेस्टिग सिस्टम लगाने की डीपीआर पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि बस्ती पीरदाद के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से साफ किये पानी को सिचाई के लिए इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने सोलर पावर प्रोजेक्ट और 11 चौकों के सुंदरीकरण के काम की भी रिपोर्ट ली।


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