सड़क हादसों का कारण बन रही नींद की बीमारी : डॉ. सिंह
नींद की बीमारी सड़क हादसों का बड़ा कारण बन रही है। इस बात की जानकारी शुक्रवार को रणजीत अस्पताल के डॉ. एचजे सिंह ने विश्व स्लीप दिवस पर पत्रकारों को दी। उन्होंने सड़क पर चलने वाले ट्रक व अन्य गाड़ियां ड्राइवर की ओर से गाड़ी चलाते समय नींद की झपकी आने से हादसे हो रहे है। स्वास्थ्य व्यक्ति को रोजाना 6-
जागरण संवाददाता, जालंधर
नींद की बीमारी सड़क हादसों का कारण बन रही है। इस बात की जानकारी शुक्रवार को रणजीत अस्पताल के डॉ. एचजे सिंह ने विश्व स्लीप दिवस पर पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि अधिकतर हादसे ट्रक व अन्य गाड़ियों के ड्राइवरों को नींद की झपकी आने से हो रहे हैं। स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना 6-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। तनाव व अन्य कारणों से नींद पूरी न होने व खर्राटों की वजह से नींद न पूरी होने से बीमारी का दायरा बढ़ रहा है। देश में 30-35 मिलियन लोग गहरी नींद से वंचित हैं। इसकी वजह से सड़क हादसों के अलावा लोग सिर दर्द, हार्ट अटैक, स्ट्रोक व बांझपन का शिकार हो रहे हैं। 4.4 से 19.7 फीसद पुरुष और 2.5 से 7.7 फीसद महिलाएं इस बीमारी की गिरफ्त में हैं। यूरोप में नींद व खर्राटे की बीमारी तलाक का मुख्य कारण भी बन रही है।