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शहर के बीचोंबीच करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जा

इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के भ्रष्टाचार पर सख्त रुख अपनाते हुए निकाय मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू ने अफसरों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Sep 2018 08:40 PM (IST)Updated: Thu, 27 Sep 2018 08:40 PM (IST)
शहर के बीचोंबीच करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जा
शहर के बीचोंबीच करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जा

जागरण संवाददाता, जालंधर

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शहर के दौरे के दौरान इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की जमीन पर अवैध कब्जों को लेकर स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि हैरान की बात है कि मॉडल टाउन इलाके में जहां एक मरला भूमि की कीमत कम से कम 25 लाख रुपये प्रति मरला होगी, वहां पौने दो एकड़ सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा हो चुका है और कोई कार्रवाई तक नहीं की गई। इससे पता चलता है कि ट्रस्ट में किस हद तक भ्रष्टाचार की जड़ें फैली हैं। सिद्धू ने कहा कि उन्होंने इस मामले और इसके जैसे ही अन्य मामलों में भी ट्रस्ट के चेयरमैन और पुलिस कमिश्नर को सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे छुड़ाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

इस दौरान सिद्धू के साथ मौजूद विधायक परगट ¨सह, विधायक रा¨जदर बेरी और विधायक बावा हैनरी की ओर इशारा करते हुए सिद्धू ने कहा कि मैंने इनसे भी जागने को कहा है और ऐसे मामलों में कार्रवाई करवाने को कहा है। सिद्धू ने कहा कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में एलडीपी की फाइलों में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ रहे हैं। इस मामले में मुख्य आरोपी पूर्व ईओ पठानकोट विज्ञापन घोटाले में पहले से ही जेल में है। सिद्धू ने कहा कि हम बार-बार यह तर्क नहीं दे सकते कि सब पूर्व अकाली-भाजपा सरकार का किया-धरा है। हमें ठीक करना होगा और यही कोशिश जारी है। सिद्धू ने कहा कि जांच में पता चला है कि कुछ अफसरों ने कुछ खास लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए कोरे स्टांप पेपर पर दस्तखत कर दिए हैं। ऐसा करने वाले बचेंगे नहीं।

अफसरों को सस्पेंड करने और उनकी जगह नए अफसरों की नियुक्ति नहीं करने से कामकाज प्रभावित होने के मामले में सिद्धू ने कहा कि बात सिस्टम को सही करने की है। सिस्टम ठीक हो जाएगा तो ज्यादा स्टाफ की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। सिद्धू ने कहा कि अगले एक महीने में नक्शों का सिस्टम पूरी तरह ऑनलाइन हो जाएगा। प्रदेश में 450 आर्किटेक्ट हैं, जो ऑनलाइन नक्शों के लिए आवेदन कर सकेंगे। अफसरों को एक सप्ताह में नक्शा पास करना ही होगा।

अचानक ट्रस्ट कार्यालय पहुंचे सिद्धू, अफसरों में हड़कंप

वीरवार सुबह करीब सवा दस बजे अचानक इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय पहुंचे निकाय मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू के आने से अधिकारियों की सांसें फूल गईं। किसी को अंदाजा नहीं था कि मंत्री क्या करने वाले हैं। हालांकि, मेयर जगदीश राजा, ट्रस्ट के चेयरमैन दीपर्वा लाकड़ा, निगम की ज्वाइंट कमिश्नर आशिका जैन और ट्रस्ट की ईओ सु¨रदर कुमारी पहले से ही ट्रस्ट कार्यालय में मौजूद थे। सिद्धू ने ट्रस्ट चेयरमैन के कार्यालय में दो घंटे तक बैठक की और कई जानकारियां जुटाईं। सिद्धू ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में अफसरों से जवाब-तलब करने को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

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बुलाने पर भी नहीं आए विधायक ¨रकू

सूत्रों के मुताबिक जालंधर आने से पहले निकाय मंत्री नवजोत ¨सह सिद्धू ने शहर के चारों विधायकों को फोन कर अपने कार्यक्रम की जानकारी दी थी। अन्य तीन विधायकों की ही तरह विधायक ¨रकू को भी सूचित किया गया था। परगट ¨सह, राजिंदर बेरी और बावा हैनरी सिद्धू से मुलाकात करने इंप्रूवमेंट ट्रस्ट कार्यालय पहुंचे। पर वेस्ट हलके के विधायक सुशील ¨रकू नदारद रहे। ¨रकू से इस संबंध में पूछने पर कहा कि वह किसी काम से शहर से बाहर हैं, इसके चलते सिद्धू से मिलने नहीं पहुंच सके।

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120 फुटी रोड से कब्जे हटाने की मांग

120 फुटी रोड किनारे हो रहे अवैध कब्जों की शिकायत भी सिद्धू तक पहुंची। बशीरपुरा मोहल्ला, कमल विहार, ठाकर ¨सह कालोनी, संतोषी नगर आदि इलाकों के लोगों ने सर्किट हाउस पहुंचकर सिद्धू से मुलाकात की। उन्हें बताया कि ट्रस्ट ने कॉलोनियां तो बना दीं पर अब तक उन्हें शहर से जोड़ने के लिए 120 फुटी रोड से अवैध कब्जे नहीं हटाए। उलटा ट्रस्ट के अफसरों और स्थानीय पार्षद की मिलीभगत से 120 फुटी रोड किनारे लगातार पक्के निर्माण हो रहे हैं। सिद्धू ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे इस मामले में उचित कार्रवाई करवाएंगे।


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