खोज टीम के शास्त्रीय नृत्य से महका एपीजे कॉलेज
टीम के कलाकारों ने एक के बाद एक चार डांस प्रस्तुतियां देकर नृत्यकला प्रेमियों को आकर्षित किया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : न तीर्थ में न मूरत में। मोको कहां ढूंढे बंदे। मैं तो तेरे पास में.. स्वरों के साथ शास्त्रीय नृत्य की झलक देख एपीजे कॉलेज का खचाखच भरा ऑडिटोरियम तालियों से गूंज उठा। वहां कनाडा आधारित खोज टीम ने शास्त्रीय नृत्य दिखाकर समां बांधा। टीम के कलाकारों ने एक के बाद एक चार डांस प्रस्तुतियां देकर नृत्यकला प्रेमियों को आकर्षित किया।
समागम में अतिथि पुनीत सहोता, उद्योगपति पूर्णिमा बेरी, सिद्धार्थ शर्मा, दीपक बाली, एसएस अजिमल, नितिन कपूर, अरुण मिश्रा पहुंचे। प्रिसिपल डॉ. सुचरिता शर्मा ने कहा कि खोज डांस एनटोरेज की आर्टिस्टिक डायरेक्टर ऊषा गुप्ता भारतीय सांस्कृतिक धरोहर की महक कनाडा में फैलाने का बेहतरीन काम कर रहीं हैं।
डायरेक्टर ऊषा गुप्ता ने कहा कि मुझे बेहद अच्छा लगा कि मैं आज अपने अंकल डॉ. सत्यापाल जी की जगह पर आई हुईं। क्लासिकल नृत्य को बचाए रखना ही मेरी खोज है और उसमें साथ देने वाले सभी आर्टिस्ट मेरे हीरे हैं। देश-विदेश में इस कला को संजोए रखने और क्लासिकल नृत्य की छटा बिखेरने के उद्देश्य से ही यह टीम खड़ी हुई और अपने नृत्य की प्रस्तुति दे रही हैं। इस आयोजन में सारंगी और गीत में दीपक, तबले पर वैद्य, सितार पर श्रुति, मुख्य गायक में वरिजा वेणु गोपाल, परक्शन में परवीन डी राव ने साथ दिया। नृत्य कलाकारों में खुद ऊषा गुप्ता, मरला परकमनिल, रिया अलिका मित्तल, नंदिनी शर्मा, अनुज मिश्रा, सौविक चकवर्ती, आयान बेनर्जी, कंचन कंडपाल ने डांस प्रस्तुति दी। अंत में सभी का सम्मान किया गया।