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जालंधर में झगड़ा छुड़ाने पहुंचा था कांस्टेबल खुद ही पिटा, वर्दी फाड़ने के बाद आरोपित गाली-गलौच कर फरार

थाना शाहकोट के कांस्टेबल रणजीत सिंह की हेड कांस्टेबल कुलदीप के साथ ड्यूटी लगी थी। वह गांव सैदपुर झिड़ी में एक पारिवारिक झगड़ा सुलझाने गए थे। वहां आरोपित जूलियस फ्रांसिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की करके मारपीट कर डाली।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 11:15 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 11:15 AM (IST)
जालंधर में झगड़ा छुड़ाने पहुंचा था कांस्टेबल खुद ही पिटा, वर्दी फाड़ने के बाद आरोपित गाली-गलौच कर फरार
थाना शाहकोट के कांस्टेबल रणजीत सिंह के साथ आरोपित ने मारपीट की है। (सांकेतिक फोटो)

जालंधर [मनीष शर्मा]। शाहकोट में झगड़ा छुड़ाने के लिए गया पुलिस कांस्टेबल खुद ही पिट गया। आरोपित ने कांस्टेबल पर हमला करके उसके साथ गाली-गलौज की और धक्के मारे। वर्दी भी फाड़ दी। इसके बाद वह अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। पुलिस ने अब आरोपित के खिलाफ कांस्टेबल से दुर्व्यवहार व वर्दी फाड़ने के साथ सरकारी ड्यूटी में विघ्न डालने के आरोप में केस दर्ज कर किया है। 

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थाना शाहकोट के कांस्टेबल रणजीत सिंह ने बताया कि रविवार को उसकी ड्यूटी हेड कांस्टेबल कुलदीप सिंह के साथ लगी थी। रात करीब साढ़े नौ बजे वह पीसीआर पर गश्त कर रहे थे। इस दौरान उसे होमगार्ड मुख्तियार सिंह का फोन आया कि गांव सैदपुर झिड़ी में जूलियस फ्रांसिस अपने पिता व दूसरे परिवार के सदस्यों से मारपीट कर रहा है। उन्हें वहां पहुंचकर उचित कार्रवाई के लिए कहा गया। जब वह हेड कांस्टेबल कुलदीप के साथ वहां जा रहे थे तो रास्ते में सरपंच लाल चंद भी मिल गया। सरपंच को साथ लेकर वह करीब रात साढ़े नौ बजे सैदपुर झिड़ी स्थित चर्च के नजदीक करियाने की दुकान पर पहुंचे।

वहां उन्हें जूलियस फ्रांसिस का पिता फकीर चंद मिल गया। अभी वह उससे बात कर रहे थे कि जूलियस फ्रांसिस वहां आ गया और उनके साथ गाली-गलौज करने लगा। उसने कांस्टेबल को धक्के मारने शुरू कर दिए कि वो यहां क्यों आया है। कांस्टेबल रणजीत के मुताबिक आरोपित जूलियस ने उसका गला पकड़ लिया और वर्दी फाड़ दी। हेड कांस्टेबल कुलदीप सिंह ने उन्हें छुड़वाया। इसके बाद वह उनसे धक्का-मुक्की करते हुए अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।

पहले करतारपुर में पिटी थी पुलिस, तस्कर भी कर चुके हमला

जालंधर देहात पुलिस की बात करें तो इससे पहले करतारपुर के एक एएसआइ होमगार्ड के बेटों को आपस में लड़ने से रोकने गए तो उन्होंने उसे बुरी तरह से पीट दिया था। एएसआइ के साथ गए हेड कांस्टेबल ने छिपकर जान बचाई थी। इसके बाद करतारपुर में ही कपूरथला में तैनात एएसआइ को बदमाशों ने लूट लिया था। उस पर दातर से हमले किए थे। इसके अलावा आदमपुर के जंडूसिंघा में शराब तस्करों ने एक एएसआइ काे कुचलने की कोशिश की। एक एएसआइ की सरकारी तो दूसरे की प्राइवेट गाड़ी को टक्कर मारकर तोड़ दिया था।

शहर में भी पुलिस से हाथापाई से लेकर गाली-गलौज तक

कुछ महीने पहले पीएपी चौक पर नशे में धुत एनआरआइ ने चौक पर पुलिस पार्टी के साथ झगड़ा किया था। पीएपी कांप्लेक्स स्थित क्वार्टर में लौट रहे एएसआइ के साथ हाथापाई भी हुई। इसके बाद पुलिस उसे पकड़कर ले गई लेकिन हवालात में बंद होने के बाद उसने एसएचओ को ही गालियां देनी शुरू कर दीं। पुलिस ने कातिलाना हमले का केस जरूर दर्ज किया लेकिन वह सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवालों से नहीं बच सकी।

कुछ माह पहले मिल्क बार चौक में नाके पर तैनात एएसआइ को बोनट पर घसीट कर ले जाने का मामला भी खूब उजागर हुआ था। इसके अलावा नकोदर चौक पर महिला कांस्टेबल से मारपीट की घटना भी हो चुकी है। कुछ दिन पहले मॉडल टाउन में भी चालान काट रहे एएसआइ से कांग्रेसी नेता के दुर्व्यवहार को लेकर वीडियो वायरल हुई थी।

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