नगर निगम की हद में नहीं बिछाई गई रंधावा मसंदा में सीवर लाइन
रंधावा मसंदा इलाके में फैक्टरी मालिक द्वारा बिछाई गई सीवर लाइन नगर निगम की हद में नहीं आती है। पार्षद की शिकायत पर शुक्रवार को एक्सईएन गुरचैन सिंह ने मौका-मुआयना किया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : रंधावा मसंदा इलाके में फैक्टरी मालिक द्वारा बिछाई गई सीवर लाइन नगर निगम की हद में नहीं आती है। पार्षद की शिकायत पर शुक्रवार को मौका मुआयना करने पहुंचे ओएंडएम ब्रांच के एक्सईएन गुरचैन ¨सह ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वे शुक्रवार को टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे। मैनहोल की जांच करवाई। इसके बाद सामने आया कि फैक्टरी मालिक द्वारा बिछाई गई सीवर लाइन को मैनहोल से कनेक्शन नहीं दिया गया है।
एक्सईएन ने कहा कि चूंकि सीवर लाइन नगर निगम की हद में नहीं बिछाई गई है, इसके चलते निगम द्वारा फैक्टरी मालिक पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकता। गौरतलब है कि वार्ड नंबर दो के पार्षद सुशील शर्मा द्वारा रंधावा मसंदा इलाके में एक फैक्ट्री मालिक द्वारा बिना परमिशन सीवरेज लाइन बिछाने और उसमें लीकेज होने से सड़क पर गंदा और तेजाबी पानी भर जाने की मेयर जगदीश राजा एवं ओएंडएम ब्रांच के अफसरों से शिकायत की थी। मेयर ने इस मामले में शुक्रवार को मौके पर पहुंचकर मामले की जांच का आश्वासन दिया था। मेयर के निर्देश पर शुक्रवार को ओएंडएम ब्रांच के एक्सईएन गुरचैन ¨सह ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। गुरचैन सिंह ने बताया कि निगम की ओर से न ही सीवरेज कनेक्शन की परमिशन दी गई है और न ही फैक्टरी मालिक द्वारा बिछाई गई लाइन का सीवर कनेक्शन जोड़ा ही गया है।
इस संबंध में बात करने पर वार्ड पार्षद सुशील शर्मा ने बताया कि निगम की हद में आने वाले कुछ इलाके में भी सीवरेज लाइन बिछाई गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर ऐसा नहीं है तो निगम की हद में आने वाले मैनहोल से सीवरेज लाइन से जोड़ा गया है इसकी जांच की जरूरत ही क्या थी। पार्षद ने आरोप लगाया कि राजनीतिक दबाव में बिना परमिशन ही सीवरेज लाइन बिछवा दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि इस सीवरेज लाइन का अवैध रूप से कनेक्शन जोड़ा गया तो वे हाउस में मामला उठाएंगे।