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देश की मिट्टी से उम्मीद, इस बार ओलंपिक के फलक पर चमेकेंगे चार खिलाड़ी

पीएपी के इंदोर स्टेडियम में शुरु टाटा मोटर्स सीनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप का आगाज शुक्रवार को हुआ।

By Edited By: Published: Fri, 29 Nov 2019 09:06 PM (IST)Updated: Sat, 30 Nov 2019 11:07 AM (IST)
देश की मिट्टी से उम्मीद, इस बार ओलंपिक के फलक पर चमेकेंगे चार खिलाड़ी
देश की मिट्टी से उम्मीद, इस बार ओलंपिक के फलक पर चमेकेंगे चार खिलाड़ी

जालंधर, जेएनएन। पीएपी के इंडोर स्टेडियम में टाटा मो‌र्ट्स सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। चैंपियनशिप में विभिन्न राज्यों के पहलवानों ने अपना दमखम दिखाया। सुबह दस बजते ही स्टेडियम में पहलवान जुटने शुरू हो गए। इस दौरान कोच मैच से पहले वार्मअप करवाते दिखाई दिए। मुकाबले के दौरान रिंग में उतरे पहलवानों की हौसला अफजाई करने में दर्शक कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे। भारतीय टीम में शामिल होने के लिए हर पहलवान अपने प्रतिद्वंद्वी को चित करने के लिए दांव-पेच आजमा रहा था।

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पंजाब रेसलिंग एसोसिएशन की तरफ से करवाई जा रही चैंपियनशिप का शुभारंभ शुक्रवार को पीएपी के डीजीपी इकबाल सिंह सहोता, भारतीय कुश्ती संस्था के प्रधान ब्रजभूषण शरण सिंह, पंजाब रेसलिंग चैंपियनशिप के प्रधान करतार सिंह ने किया। खिलाड़ियों ने अपने राज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए मार्च पास्ट निकाला। मुख्यातिथि ने खिलाड़ियों को चैंपियनशिप में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। इस चैंपियनशिप में कई युवा पहलवान बेहतर प्रदर्शन कर भारतीय टीम में शामिल होंगे।

ओलंपिक में आएंगे चार पदक

भारतीय कुश्ती संस्था के प्रधान ब्रिज भूषण शरण सिंह ने बताया कि टोक्यो में होने वाली ओलंपिक में भारतीय पहलवानों से काफी उम्मीदें हैं। पिछले साल लड़कियों के वर्ग में मात्र एक पहलवान ने पदक हासिल किया था। इस बार चार पदक आने की उम्मीद है। बजरंग पुनिया व दीपक पुनिया पदक के मजबूत दावेदार हैं। चैंपियनशिप में पदक विजेता खिलाड़ी साउथ एशियन गेम्स में हिस्सा लेंगे और भारतीय टीम में शामिल होंगे। रेसलिंग फेडरेशन पहलवानों को बेहतर सुविधाएं देने के साथ निजी कोच मुहैया करवा रही है।

पंजाब सरकार नहीं दे रही खेलों तरफ ध्यान

पंजाब रेसलिंग एसोसिएशन के प्रधान करतार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार खेलों की तरफ कम ध्यान दे रही है। राज्य में नशा अधिक होने की वजह से युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में है। सरकार खेलों व खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करेगी तो खिलाड़ी नशे से दूर रहेंगे। हरियाणा में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। एसोसिएशन ने सब जूनियर, जूनियर, कॉमनवेल्थ मुकाबले करवाए और अब सीनियर नेशनल चैंपियनशिप करवा रही है, लेकिन सरकार का इसमें कोई योगदान नहीं रहा।


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