छाती में होने वाली दर्द को लेकर लापरवाही पड़ सकती है भारी, जालंधर में आयोजित सेमिनार में डाक्टर्स ने दी सलाह
आयोजित सेमिनार में उन्होंने बताया कि छाती के उपरी हिस्से व कंधे के आसपास होने वाली सरवाइकल या फिर गैस की वजह से हो सकती है। छाती में मध्य में असहनीय दर्द जो बाजूओं या फिर जबड़े और छाती के पिछले हिस्से में जाए तो उसे गंभीरता से लेना चाहिए।
जागरण संवाददाता, जालंधरः छाती में होने वाली दर्द को लेकर लापरवाही खतरनाक हो सकती है। इस बात की जानकारी केयरमेक्स अस्पताल के एमडी डा. रमन चावला ने आईएमए की ओर से आयोजित सेमिनार के दौरान दी। आईएमए के प्रधान डा. अलोक ललवानी की अगुवाई में आयोजित सेमिनार में उन्होंने बताया कि छाती के उपरी हिस्से व कंधे के आसपास होने वाली सरवाइकल या फिर गैस की वजह से हो सकती है। छाती में मध्य में असहनीय दर्द जो बाजूओं या फिर जबड़े और छाती के पिछले हिस्से में जाए तो उसे गंभीरता से लेना चाहिए। शुगर व ब्लड प्रेशर के मरीजों या फिर पहले ही दिल की बीमारियों के इलाज की दवा खा रहे मरीजों को तुरंत डाक्टरी सलाह लेनी चाहिए। यह हार्ट अटैक की दस्तक भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि कई मामलों में पहली बार करवाई गई ईसीजी सामान्य होती है तो 24 घंटे में तीन चार ईसीजी कर बीमारी की पुष्टि करना संभव है।
सवाल-जवाब के दौर ने सेमिनार को बनाया रौचक
सेमिनार में डा. वासिम अहमद ने दिल के अलावा अन्य बीमारियों के मरीजों के आपरेशन से पहले मेडिकल फिटनेंस को लेकर होने वाली परेशानियों के विषय पर चर्चा की। इससे पहले डा. रमन चावला तथा डा. तरुण अग्रवाल ने ईसीजी के विषय पर क्विज का आयोजन किया और सवाल जवाब के दौर ने सेमिनार को रौचक बनाया। सेमिनार में सिविल सर्जन डा. रंजीत सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
इस मौके पर डा. मुनीश सिंघल, डा. रविंदर सिंह बल, डा. निपुण महाजन, डा. विजय महाजन, डा. अजय मरवाहा, डा. अश्मीत सिंह, डा. राकेश चोपड़़ा, डा. रमन गुप्ता, डा. सुरिंदर कुमार, डा. भाग मल, डा. योगेश्वर सूद, डा. संजीव गोयल, डा. जेपी सिंह, डा. दीपाली लूथरा, डा. सुरजीत कौर, डा. सुषमा चावला, डा. कामराज, डा. मंदीप कौर, डा. आरके अरोड़ा, डा. विवेक सेखड़ी, डा. दविंदर सिंह, डा. परमजीत सिंह, डा. केके गुगलानी, डा. एमबी बाली के अलावा आईएमए के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद थे।