बदलते परिवेश में विश्वशनीयता बचाए रखना मीडिया के लिए चुनौती
जागरण संवाददाता जालंधर देवर्षि नारद जयंती (पत्रकारिता दिवस) को लेकर फेक न्यूज फेक नैरेटिव के दौर में लोकतंत्र के प्रहरी मीडिया की साख विषय पर संगोष्ठी का आयोजन शनिवार को विद्या धाम श्री गुरु गोबिद सिंह एवेन्यू में हुआ।
जागरण संवाददाता, जालंधर : जागरण संवाददाता, जालंधर : देवर्षि नारद जयंती (पत्रकारिता दिवस) को लेकर फेक न्यूज, फेक नैरेटिव के दौर में लोकतंत्र के प्रहरी मीडिया की साख विषय पर संगोष्ठी का आयोजन शनिवार को विद्या धाम, श्री गुरु गोबिद सिंह एवेन्यू में हुआ। विश्व संवाद समिति जालंधर के तत्वाधान में आयोजित संगोष्ठी में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडी, शिमला के डायरेक्टर मकरंद परांजपे मुख्य वक्ता तथा दूरदर्शन केंद्र जालंधर के सेवानिवृत्त असिस्टेंट स्टेशन डायरेक्टर मनोहर सिंह भारज विशेष रूप से शामिल हुए। संगोष्ठी का आगाज ज्योति प्रज्जवलित करके किया गया।
मकरंद परांजपे ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया के लिए बदलते परिवेश में अपनी विश्वसनीयता बनाए रखना अपने आप में चुनौती बन चुका है। यह जिम्मेदारी मीडिया को स्वयं निभानी होगी। मीडिया की अभिव्यक्ति को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर हमला कोई नई बात नहीं है। स्वतंत्रता के तत्काल बाद ही कुछ मीडिया संस्थानों को प्रतिबंध कर दिया गया था। इसके बावजूद मीडिया नहीं झुका था। सोशल मीडिया के प्रभाव को लेकर उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति बयां करना हर नागरिक का अधिकार है, लेकिन किसी भी पोस्ट को फारवर्ड करने से पहले उसकी विश्वसनीयता को जानना बहुत जरूरी है।
मनोहर सिंह भारज ने कहा कि सभ्य समाज के निर्माण की शुरुआत घर से करनी होगी। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली में मीडिया की भूमिका अहम है। पिछले कुछ समय से मीडिया में काफी बदलाव हुआ हैं, जिसमें शब्दों पर विश्वास कम हुआ है। इसे लेकर मीडिया तथा पत्रकारों की तटस्थ पत्रकारिता समय की अहम जरूरत है। इस दौरान वक्ताओं ने लोगों के सवालों के जवाब भी दिए।
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