आप पैकेज के लिए नहीं, दुनिया बदलने के लिए पैदा हुए हैंः डॉ. निशंक Jandhar News
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में आयोजित छात्रवृत्ति वितरण समारोह में कहे। वह यहां मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे।
जालंधर, जेएनएन। जिनमें चुनौतियों का मुकाबला करने का मादा होता है, वही शिखर तक पहुंचते हैं। इसलिए दूर तक का लक्ष्य रखें। छोटी-छोटी बातों में नहीं उलझना। केवल नौकरी नहीं करनी। आप केवल पैकेज के लिए नहीं पैदा हुए, आप दुनिया बदलने के लिए पैदा हुए हैं। ये बातें केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में आयोजित छात्रवृत्ति वितरण समारोह में कहे। वह यहां मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। इस दौरान 295 विद्यार्थियों को 4.10 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति दी गई।
इससे पहले डॉ. पोखरियाल का स्वागत लवली ग्रुप के चेयरमैन रमेश मित्तल, वाइस चेयरमैन नरेश मित्तल, चांसलर अशोक मित्तल और प्रो चांसलर रश्मि मित्तल ने किया। केंद्रीय मंत्री ने यूनिवर्सिटी में आयोजित वार्षिक वन वर्ल्ड फेस्टिवल और ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी एक्वैटिक्स चैंपियनशिप महिला-2019-20 का भी उद्घाटन किया।
परिस्थितियों से कभी न करें समझौता
'घने बादलों का झुरमुट तो पलभर में छंट जाएगा और मेरा स्वर्णिम स्वपन सूर्य धरा पर लाएगा..' अपनी इस कविता के जरिए केंद्रीय मंत्री ने अपने सपने को युवाओं के साथ जाहिर करते हुए कहा कि सभी अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत रखें। उन्होंने कहा कि वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे और आज मानव संसाधन मंत्री हैं। पर हाई स्कूल तक तो ये भी नहीं पता था कि बिजली का बल्ब कैसा होता था। पर आप सब तो मुझ से आगे ही हैं..। इसलिए ध्यान रखें कि परिस्थितियों से समझौता न करें। परिस्थितियों से समझौता करने वाला गुलाम होता है। जो परिस्थितियों से समझौता नहीं करता, परिस्थितियां उसी की गुलाम हो जाती हैं।
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पक्तियां 'छोटे मन वाला कभी बड़ा नहीं हो सकता-टूटे तन वाला कभी खड़ा नहीं हो सकता' के जरिए सभी में जोश भरा कि अपने मन में ऐसी इच्छा न रखें कि एक अच्छी सी नौकरी मिल जाए, बल्कि नौकरी देने वाले बनें। कमजोर आदमी को हर कोई धक्का देता है, तभी तो बीमारियां भी उसी पर आकर गिरती है। चाहे वे विचार हो या फिर शरीर क्यूं न हो। कमजोर इच्छा शक्ति व्यक्ति को आगे नहीं बढ़ने देती। ताकतवर आदमी सोच विचार के जरिए कहीं न कहीं से रास्ता खोच निकाल लेता है, जिससे हर वादा भी डरती है।
33 साल बाद आ रही है ताकतवर शिक्षा नीति
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 33 साल बाद ऐसी ताकतवर शिक्षा नीति लाई जा रही है जो नए भारत की आधारशिला रखेगी। इसके लिए सभी से विचार लिए जा रहे हैं। अभी तक दो लाख से भी अधिक सुझाव आ चुके हैं।
एलपीयू से आसपास के 10 गांवों को गोद लेने की अपील
केंद्रीय मंत्री ने उन्नत भारत अभियान के तहत एलपीयू से यूनिवर्सिटी के आस-पास के 10 गांवों को गोद लेने का आह्वान किया। उन्होंने अपील की कि वे उन गांवों में स्वच्छता, साक्षरता, आर्थिक व सामाजिक जीवन को संवारने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि इसी उद्देश को ध्यान में रखते हुए देश की प्रमुख शिक्षण संस्थानों को पांच-पांच गांव गोद लेकर उनके विकास की जिम्मेदारी दी गई है। फिर चाहे एनआइटी, आइआइटी, आइआइआइटी आदि ही क्यों न हो। सभी इसमें अपना योगदान डाल रहे हैं।