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किसान आंदोलन से रेलवे को 80 करोड़ का नुकसान, पंजाब में 700 मालगाड़ियां व यात्री ट्रेनें हुईं प्रभावित

पंजाब में किसान कृषि सुधार कानूनों (Agricultural reform law) के खिलाफ रेलवे ट्रैक पर जमे हैं। इसके कारण रेलवे को 80 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। किसान आंदोलन के कारण पंजाब में 700 मालगाड़ियां व यात्री ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 10:22 AM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 02:55 PM (IST)
किसान आंदोलन से रेलवे को 80 करोड़ का नुकसान, पंजाब में 700 मालगाड़ियां व यात्री ट्रेनें हुईं प्रभावित
किसानों ने अमृतसर के देवीदासपुरा रेल ट्रैक पर ट्रैक्टर खड़े कर कृषि सुधार कानूनों का विरोध किया। जागरण

जेएनएन, जालंधर। कृषि सुधार कानून (Agricultural reform law) के खिलाफ पंजाब में किसानों के रेल रोको आंदोलन से रेलवे को 80 करोड़ का नुकसान हुआ है। पिछले 19 दिनों से ट्रैक पर धरना दे रहे किसानों का आंदोलन अमृतसर, गुरदासपुर सहित कई जिलों में जारी है।

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केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानून के विरोध में राज्य के कई जिलों में किसान रेल ट्रैक पर धरना दे रहे हैं। किसानों के आंदोलन के कारण बड़ी संख्या में यात्री तथा 700 के करीब मालगाड़ियों को रद करना पड़ा है। इससे रेलवे को 24 सितंबर से लेकर 11 अक्टूबर तक करीबन 71 लाख रुपये का यात्रियों को टिकट का रिफंड करना पड़ा हैं। ये रिफंड फिरोजपुर मंडल की तरफ से किया गया है।

डिविजनल कमर्शियल मैनेजर चेतन तनेजा का कहना है कि यदि ऐसे ही किसान आंदोलन चलता रहा तो पंजाब में डीजल, पेट्रोल, बारदाना, यूरिया और सीमेंट की सप्लाई बंद हो जाएगी। इससे कई जरूरी वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ेगी। रेलवे के राजस्व को भी भारी क्षति होगी।

अमृतसर में रेल ट्रैक पर ट्रैक्टर खड़े कर किया प्रदर्शन

किसान मजदूर संघंर्ष कमेटी के सदस्यों ने मंगलवार को अमृतसर के देवीदासपुरा रेल ट्रैक पर ट्रैक्टर खड़े कर कृषि सुधार कानूनों का विरोध किया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही चेतावनी दी कि 23 अक्टूबर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ कार्पोरेट घरानों के पुतले फूंके जाएंगे। वहीं संघंर्षशील किसान संगठनो की ओर से अमृतसर-जालंधर रेल ट्रैक बुटारी पर भी मंगलवार को धरना जारी रहा।

टोल प्लाजा पर धरना जारी, नहीं लेने दे रहे टोल

कृषि सुधार कानून के विरोध में लुधियाना, बरनाला, संगरूर सहित कई जिलों में टोल प्लाजा पर किसानों का धरना जारी है। लुधियाना में लाडोवाल, गांव चौकीमान, समराला के पास घुलाल स्थित टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारी किसान टोल की वसूली नहीं करने दे रहे और वाहनों को बिना टोल फीस लिए बैरियर से निकाल रहे हैं।

भाकियू उगराहां ने अब भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों पर लगाया पक्का मोर्चा

उधर, भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने सुनाम रेलवे स्टेशन पर जाखल-लुधियाना रेलवे ट्रैक पर 12 दिन से चल रहे धरने को मंगलवार को उठा लिया। अब भाजपा के जिला प्रधान-2 ऋषिपाल खैरा के घर और प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रेम गुगनानी की दुकान के सामने पक्का मोर्चा लगा दिया है। संगरूर में किसानों ने भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व पूर्व राष्ट्रीय सचिव किसान मोर्चा सतपंत पूनिया के आवास के समक्ष भी धरना शुरू कर दिया है।

प्रांतीय प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि वह अपना संघर्ष समाप्त नहीं रहे हैं, बल्कि अब रेल ट्रैक नहीं भाजपा के नेताओं के घरों के समक्ष पक्का मोर्चा लगाएंगे। पेट्रोल पंप, मॉल, टोल प्लाजा इत्यादि पर धरने पहले की भांति ही जारी रहेंगे। 25 अक्टूबर को दशहरे पर मोदी व तमाम कारपोरेट घरानों के पुतले फूंके जाएंगे।


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