नदियां हुईं विकराल, बाढ़ राहत के लिए CM ने जारी किया सौ करोड़, फिल्लौर मे बांध टूटने से लाेग फंसे
पंजाब में नदियाें ने विकराल रूप धारण कर लिया है। लगातार बारिश से सतलुज सहित सभी नदियां उफान पर हैं। कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है और कई गांवों में लाेग पानी में फंस गए हैं।
चंडीगढ़/जालंधर, जेएनएन। पहाड़ों और मैदानी हिस्सों में तीन दिनों से बारिश जारी रहने से पंजाब में नदियों ने विकराल रूप धारण कर लिया है। सतलुज सहित सारी नदियां उफान पर हैं और कई क्षेत्रों में बाढ़ आ गई है। कई गांवों का अन्य जगहों से संपर्क टूट गया है। इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बाढ़ राहत व बचाच कार्य के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। फिल्लौर क्षेत्र में सतलुज नदी के किनारे बना बांध टूट जाने से कई गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया। इससे कई गांवों में काफी संख्या में लोग बाढ़ के पानी में फंस गए हैं। उनको निकालने की काेशिश की जा रही है। पानी में फंसे चार लाेगों को काफी मशक्कत के बाद सुरक्षित निकाल लिया गया। उधर सोमवार को भाखड़ा डैम का जलस्तर 1680.80 फीट तक पहुंच गया। 24 घंटे में पानी की आवक 130936 क्यूसेक दर्ज की गई है। 24 घंटे में डैम का जलस्तर 3.86 फीट बढ़ा है।
फिल्लौर क्षेत्र में सतलुज नदी के किनारे बांध टूटने से कई गांव बाढ़ की चपेट में, चार लोगों को बचाया गया
जालंधर के फिल्लौर के पास सतलुज नदी के किनारे बना बांध टूट गया। इससे नजदीकी गांवों ओवाल और भोलेवाल व आसपास के क्षेत्र में नदी का पानी घुस गया। इससे इन गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से टूट गया। इन गांवों में कुछ लोग पानी में फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के लिए प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। प्रशासन के अनुसार अभी तक रेस्क्यू टीम ने बाढ़ में फंसे चार लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। जालंधर के डीसी वरिंदर कुमार शर्मा का कहना है कि पानी में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेसक्यू आपरेशन शुरू कर दिया गया है। फंसे लोगों को जल्द की बाहर निकाल लिया जाएगा।
फिल्लौर में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में जुटी एनडीआरएफ की टीम।
प्रदेश में अधिकतर जगहों पर शनिवार और रविवार के बाद सोमवार सुबह भी जोरदार बारिश हुई। बारिश के कारण राज्य में छह लोगों की मौत हो गई। लुधियाना के खन्ना क्षेत्र के गांव हौल में एक जर्जर मकान की छत गिर गई। इससे दंपती व उनके बेटे की मलबे में दबने से मौत हो गई। 11 साल की बच्ची बाल-बाल बच गई। लुधियाना के ही माछीवाड़ा साहिब में गांव मंड सुक्खेवाल में घर की छत गिरने से 70 वर्षीय किसान अनोख सिंह की मौत हो गई। लुधियाना शहर में ही बारिश दुकान में पानी भरने से आए करंट से एक दुकानदार की मौत हो गई। रूपनगर के नूरपुर बेदी में स्कूल में पानी घुसने से चौकीदार की तीन साल की बच्ची डूब गई।
बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में जुटे जवान।
फिरोजपुर हेड से पाकिस्तान को 30 हजार, हरीके हेड से 70,613 क्यूसिक पानी छोड़ा, सेना-बीएसएफ अलर्ट पर
दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश में जारी बारिश के कारण भाखड़ा बांध से लगातार तीसरे दिन पानी छोडऩा पड़ा। इससे सतलुज समेत कई नदी-नाले उफान पर हैं। करीब 200 गांव खाली करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें जालंधर के 81, नवांशहर के 67, फिरोजपुर के 17, लुधियाना के 17, मोगा के चार व तरनतारन के तीन गांव शामिल हैं। लोगों को राहत कैंपों में भेजा गया है। रूपनगर के 28 गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति है। रेलवे ट्रैक पर पानी होने के कारण हिमाचल एक्सप्रेस रद कर दी गई है। गुरदासपुर के मकौड़ापत्तन में रावी नदी के पार फंसे 15 शिक्षकों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
भाखड़ा से 1988 के बाद पहली बार छोड़ा गया इतना पानी, लुधियाना में सेना हेलीकॉप्टर से रख रही नजर
सतलुज में उफान के कारण सोमवार को भी फिरोजपुर में बने हुसैनीवाला हेड पाकिस्तान की ओर पानी छोड़ा जा रहा है। रविवार दोपहर को 30 हजार क्यूसेक पानी पाकिस्तान को छोड़ा गया। साेमवार को पाकिस्तान छोडे जाने वाले पानी का बहाव 41 हजार क्यूसेक हो गया। इससे पाकिस्तान में हालत खराब हो सकती है। इधर सेना-बीएसएफ अलर्ट पर हैं। रविवार को तरनतारन के हरीके पत्तन हेड वर्क्स से भी पाकिस्तान को 70,613 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। लुधियाना में सतलुज खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
1988 के बाद पहली बार इतनी भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया है। सेना हेलीकॉप्टर से नजर रख रही है। कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने दरिया के किनारे जायजा लिया है। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री हालात पर बराबर नजर रख रहे हैं। पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। अमृतसर में पुराने मकान की छत गिरने से परिवार के तीन लोग जख्मी हो गए।
कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र में भी सतलुज दरिया में आई भारी बाढ़ कारण तबाही मची हुई है। सोमवार सुबह सुल्तानपुर के नजदीक गांव गीदड़पिंडी के क्षेत्र में एडवांस धुसीबांध में दरार आ गई और नदी का पानी गांव गीदड़ पिंडी के नजदीक इलाके में भर गया है। क्षेत्र निवासियों ने बताया कि इससे क्षेत्र के गांव की फसल का भी नुकसान हो रहा है।