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बाबा दीप सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर शबद गायन से किया निहाल, जालंधर के गुरु घरों में हुए धार्मिक आयोजन

कथा वाचक ज्ञानी मुख्तियार सिंह ने बाबा दीप सिंह जी के जीवन शिक्षा तथा बलिदान के बारे में विस्तार के साथ बताया। उन्होंने कहा कि देश तथा कौम की रक्षा के लिए शहादत देने वाले गुरुओं की जीवनी समाज के लिए सदैव मार्गदर्शक रहेगी।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 03:58 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 03:58 PM (IST)
बाबा दीप सिंह जी के प्रकाशोत्सव पर शबद गायन से किया निहाल, जालंधर के गुरु घरों में हुए धार्मिक आयोजन
जालंधर के गुरुद्वारा सचखंड साहिब में शबद गायन करते हुए रागी जत्थे के सदस्य।

जागरण संवाददाता, जालंधर। बाबा दीप सिंह जी के प्रकाशोत्सव को लेकर गुरुद्वारा सचखंड साहिब अमर नगर गुलाब देवी रोड में समागम का आयोजन हुआ। जिसमें अखंड पाठ का भोग डालने के उपरांत कीर्तन दरबार किया गया। जिसका आगाज श्री गुरु ग्रंथ साहिब की इलाही बाणी के साथ हुआ। इसके उपरांत रागी जत्थे के सदस्यों ने एक के बाद एक कई मनमोहक शबद प्रस्तुत कर हाजिरी लगाई।

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इस दौरान विशेष रूप से पहुंचे वरिष्ठ अकाली नेता तथा पूर्व पार्षद गुरपाल सिंह टक्कर ने शहीद बाबा दीप सिंह के जीवन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कौम की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले गुरुओं की जीवनी से नई पीढ़ी को अवगत करवाया जाना चाहिए। उन्होंने गुरुद्वारा कमेटी द्वारा किए जा रहे धार्मिक कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें हर संभव सहयोग देने का विश्वास दिलाया। अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित हुआ। इस मौके पर हरि सिंह, हरचरण सिंह टक्कर, गुरपाल सिंह टक्कर, सूरता सिंह, जगतार सिंह, तरलोचन सिंह, जस्सा सिंह, दर्शन सिंह, गुलाब सिंह, गुरशरण सिंह, रणजीत सिंह, चरणजीत सिंह व गुरविंदर सिंह सहित सदस्य मौजूद थे।

इसी तरह गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा मॉडल टाउन में बाबा दीप सिंह जी के प्रकाशोत्सव को लेकर दो पहर के आयोजन किए गए। प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अजीत सिंह सेठी की अध्यक्षता में आयोजित समागम में जिले भर से संगत शामिल हुई।

इस मौके पर भाई फतेह सिंह तथा भाई तेजिंदर सिंह ने गुरबाणी के कीर्तन के द्वारा संगत को निहाल किया। इस अवसर पर कथा वाचक ज्ञानी मुख्तियार सिंह ने बाबा दीप सिंह जी के जीवन, शिक्षा तथा बलिदान के बारे में विस्तार के साथ बताया। उन्होंने कहा कि देश तथा कौम की रक्षा के लिए शहादत देने वाले गुरुओं की जीवनी समाज के लिए सदैव मार्गदर्शक रहेगी। अजीत सिंह सेठी ने गुरुओं की जीवनी के बारे में जानकारी दी। अरदास के उपरांत गुरु का अटूट लंगर वितरित हुआ। इस मौके पर मोहिंदरजीत सिंह, कंवलजीत सिंह कोछड़, डा. एच एम हुरिया, कुलतारण सिंह आनंद, गगनदीप सिंह सेठी व परमप्रीत सिंह सोनू सहित सदस्य मौजूद थे।


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