बाबा मस्तराम लाल के दरबार में सजी महफिल-ए-कव्वाली
गांव सैदपुर झिड़ी में गुलाम मुस्तफा उर्फ बाबा मस्तराम लाल के दरबार पर नववर्ष की खुशी में 31 दिसंबर की रात को महफिल-ए-कव्वाली सजी।
संवाद सूत्र, शाहकोट : गांव सैदपुर झिड़ी में गुलाम मुस्तफा उर्फ बाबा मस्तराम लाल के दरबार पर नववर्ष की खुशी में 31 दिसंबर की रात को महफिल-ए-कव्वाली सजी। यह महफिल दरबार के गद्दीनशीन साई महिदर शाह के नेतृत्व में हुई। दिन के समय आई संगत के लिए लंगर लगाया गया और साईं महिदर शाह ने सरबत के भले की अरदास की। महफिल का आगाज आर एल सब्बरवाल, मनजीत सिंह नूरपुरी, रणधीर सिंह राणा ( आदरामान ) ने किया। इसी गांव के नौजवान एडवोकेट अरुण हंस ने अपने गीतों से संगत को नए वर्ष की बधाई दी। बीके गुरदास स्टेज पर आए तो पंजाबी गीत संगीत का मान गुरदास मान की झलक नजर आई। उन्होंने अपनी स्टेज की शुरुआत उसी अंदाज में की और फिर लगातार अपनी कलम से लिखे गीतों के साथ महफिल को एक नया रंग दिया। अंत में सूफी गायक तारिक हुसैन ने कव्वालियां और गजलें पेश की। दरबार का माहौल सूफी रंग में रंगा गया और पता ही नहीं लगा कब सुबह हो गई। महफिल में अलग-अलग दरबारों के गद्दीनशीन पहुंचे, जिनमें नकोदर से बाबा देव, साईं सौमे शाह दरवेश गांव, साईं जसवीर शाह पासला, अश्विनी मूलेवाल खैहरा, साईं हरजिदर शाह रसूलपुर, साईं बिट्टू शाह शाहकोट, साईं चन्नी शाह शाहकोट और साईं गगन शाह आदि उपस्थित थे। इस मौके औरों के इलावा अवतार सिंह ठेकेदार, हीरा शाहकोट, बाबा निद मल्होत्रा, सुरेंदर गिल पूर्व मेंबर पंचायत, नछत्तर सिंह धंजू, बलदेव राज पोका, बलविदर गिल, सोनू दत्त, लखबीर लक्खा, सरबजीत मट्टू, सिकंदर, मनी प्लंबर, मनप्रीत मट्टू, अजय सहोता, काली रसूलपुर, पप्पी कादियांवाल आदि उपस्थित थे।