नए नियमः सीबीएसई पैटर्न के छठी से 8वीं तक के स्कूलों को भी लेनी होगी मान्यता
इसके बाद अगर कोई स्कूल अपनी कक्षाओं को बढ़ाना चाहता है तो उन्हें नौवीं और 10वीं के लिए मान्यता जल्द मिल जाएगी।
[अंकित शर्मा] जालंधर। अब गली-मोहल्लों में सीबीएसई पैटर्न पर छठी से आठवीं तक के बोर्ड लगाकर स्कूल चलाने वालों को भी इसी बोर्ड से अप्रूवल लेनी अनिवार्य होगी। इसके लिए सीबीएसई ने छठी से माध्यमिक स्तर तक कक्षाएं चलाने वाले उक्त स्कूलों को भी एफिलिएशन बाइलॉज में शामिल करते हुए इन नियमों को इसी साल से लागू कर दिया है। ऐसे में अब सीबीएसई पैटर्न लिखकर स्कूल चलाने वालों को बोर्ड से मंजूरी लेनी ही होगी।
इसके बाद अगर कोई स्कूल अपनी कक्षाओं को बढ़ाना चाहता है तो उन्हें नौवीं और 10वीं के लिए मान्यता जल्द मिल जाएगी। ऐसे में संबंधित स्कलों के बच्चों को 8वीं कक्षा के बाद किसी दूसरे स्कूल की राह नहीं देखनी पड़ेगी। इस बारे में संबंधित स्कूलों को सीबीएसई की गाइडलाइंस फॉलो करनी अनिवार्य होगी।
मनमानी पर लगेगी रोक
ऐसे में उनकी तरफ से लूटखसूट व मनमानी भी नहीं की जा सकेगी। ऐसे में अगर किसी स्कूल की तरफ से कुछ गलत किया जाता है, तो अभिभावक बोर्ड में डायरेक्ट शिकायत भी कर सकेंगे। इससे पहले ऐसा नहीं था।
नौवीं व दसवीं में रजिस्ट्रेशन की परेशानियां देख लिया फैसला
सीबीएसई पैटर्न व करिकुलम का बोर्ड लगाकर सैकड़ों स्कूल चलाए जा रहे हैं। जिस वजह से उन स्कूलों के छात्रों को 9वीं व 10वीं कक्षा में रजिस्ट्रेशन करवाने में दिक्कत आती है। अभिभावकों को बोर्ड के नियमों की अधिक जानकारी न होने की वजह से वे इन स्कूलों में पहले तो बच्चों को पढ़ाते रहते हैं। मगर, जब उच्च शिक्षा के लिए बोर्ड की कक्षाओं में रजिस्ट्रेशन व दाखिले की बारी आती है तो सभी को परेशानी ङोलनी पड़ती है।
गौर हो कि सीबीएसई की तरफ से बोर्ड की एक क्लास पहले से मान्यता दी जाती थी। यानी कि दसवीं के लिए बच्चों का नामांकन व रजिस्ट्रेशन 9वीं कक्षा में ही हो जाता है। इसी तरह 12वीं कक्षा के छात्रों का 11वीं में। इसलिए ही बोर्ड की तरफ से पहले केवल 9वीं से 10वीं और 11वीं से 12वीं कक्षा तक के लिए ही मान्यता दी जाती थी। अगर किसी कारणवश छात्र सीबीएसई पैटर्न वाले स्कूल में 8वीं क्लास पास कर जाता है तो उसे 9वीं कक्षा के लिए ऑनलाइन ही आवेदन करना होता था। जिसके लिए लंबे समय तक इंतजार भी करना पड़ता था। ऐसे में कई प्रकार की परेशानियां व रजिस्ट्रेशन न आने की दिक्कत भी छात्रों को ङोलनी पड़ चुकी है।
मान्यता के लिए 20 से 50 हजार फीस, 30 जून अंतिम तिथि
सीबीएसई की तरफ से इस तरह के स्कूलों को मान्यता लेने के लिए 6वीं से 8वीं कक्षा तक की फीस निर्धारित कर दी गई है। जिसके तहत प्रत्येक स्कूल को अप्रूवल लेने पर करीब 20 से 50 हजार रुपये तक की फीस देनी होगी। इसके लिए स्कूल प्रबंधक मान्यता लेने के लिए 30 जून तक आवेदन कर सकते हैं। बोर्ड के इस फैसले से काफी राहत मिलेगी।
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