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किताबें पढ़ाने के लिए स्कूलों में होगा 'रीडिग वीक'

सरकारी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को किताबों के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए अब सीबीएसई ने 9 से 15 सितंबर तक रीडिग वीक मेला करवाने का फैसला लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Sep 2019 08:56 PM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 08:56 PM (IST)
किताबें पढ़ाने के लिए स्कूलों में होगा 'रीडिग वीक'
किताबें पढ़ाने के लिए स्कूलों में होगा 'रीडिग वीक'

जागरण संवाददाता, जालंधर : सरकारी स्कूलों की तर्ज पर बच्चों को किताबों के प्रति रूचि बढ़ाने के लिए अब सीबीएसई ने 9 से 15 सितंबर तक 'रीडिग वीक' मेला करवाने का फैसला लिया है। बच्चों में पढ़ने की आदत बढ़ाने के लिए स्कूलों में विभिन्न तरह की गतिविधियां होंगी ताकि बच्चों के ज्ञान में बढ़ोतरी हो सके। स्कूलों को हिदायतें दी गई हैं कि वे बच्चों की रूचि समझें और उसी हिसाब से गतिविधियां कराएं। इसी हिसाब से उन्हें पुस्तकें दें। इसके लिए बच्चों में लाइब्रेरी जाकर किताबें पढ़ने, ई-लाइब्रेरी का ऑप्शन बच्चों को देने, बुक फेयर लगाने व लाइब्रेरी में नई बुक्स शामिल करने की ऑप्शन रहेगी। हालांकि बोर्ड की ओर से दो साल पहले भी ऐसा प्रोग्राम शुरू किया था, जो सफल नहीं हो पाया था। इसलिए बोर्ड की ओर से अब देश भर के स्कूलों में इसे अपनाने के लिए प्लानिग हो रही है। पीएसईबी ने शुरू किया है किताबों का लंगर

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इससे पहले पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से 'किताबों का लंगर' सुविधा शुरू की गई है, जिसके तहत पंजाब भर के सरकारी स्कूलों में किताबों को लाइब्रेरी की अलमारियों में रखने की बजाय उन्हें खुली रखने के आदेश दिए गए हैं। इसके तहत बच्चे खुद अपनी पसंदीदा किताबें चुनें व पढ़ें।


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