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खिलाड़ियों को ट्रेन किराये में मिलने वाली छूट बंद, खेल आयोजनों पर पड़ सकता है बुरा असर

रेलवे ने एक राज्य से दूसरे राज्य में होने वाले खेल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को रेल किराये में छूट बंद कर दी है। छूट बंद होने से राष्ट्रीय खेल आयोजन पर भी असर पड़ सकता है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 12:58 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 12:58 PM (IST)
रेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को ट्रेन किराये में छूट बंद कर दी है। (फाइल फोटो)

जालंधर [कमल किशोर]। कोरोना वायरस महामारी के बीच खेल मंत्रालय ने खेल प्रतियोगिता करवाने के लिए हरी झंडी दे दी है। खेल संगठनों को एसओपी भी जारी कर दी गई है लेकिन उससे रेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को तलवार लटका दी है। रेलवे ने एक राज्य से दूसरे राज्य में होने वाले खेल टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को रेल किराये में छूट बंद कर दी है। मंत्रालय का यह कदम खिलाड़ियों व कोचों की समझ से परे है। छूट बंद होने से राष्ट्रीय खेल आयोजन पर भी असर पड़ सकता है।

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भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने खेल मंत्रालय के सचिव को गुहार लगा चुके है कि खिलाड़ियों को मिलने वाले  रेल किराये में छूट बहाल ना हुई तो खेल आयोजनों पर असर पड़ सकता है। खेल एसोसिएशन इस हालात में नहीं है कि भारी भरकम रेलवे किराये का बोझ  उठा सकें। इसी वर्ष ओलंपिक के बाद खेलों इंडिया यूथ गेम्स होने जा रही है। पिछले वर्ष राज्य के 500 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। रेलवे किराये में छूट बंद होने से इस पर भी असर पड़ सकता है।
 

ऐसे मिलती थी खिलाड़ियों को छूट

किसी राज्य में खेल एसोसिएशन की ओर से टूर्नामेंट करवाया जाता था। खिलाड़ी रेलवे से स्पोर्ट्स कोटा कंसेशन फार्म भरकर अप्लाई करता था। खिलाड़ी को किराये में 25 प्रतिशत की छूट मिल जाती थी। कई बार एसोसिएशन फार्म लेकर खिलाड़ियों की सूचि रेलवे को सौंप देता था।
 

75 प्रतिशत तक मिलती थी छूट

रेलवे की ओर से राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियो को सेकेंड क्लास स्लीपर के लिए 75 प्रतिशत, प्रथम श्रेणी के लिए पचास प्रतिशत, एसी-तीन के लिए पचास प्रतिशत व एसी-दो के लिए 25 प्रतिशत की छूट मिलती थी। खेल आयोजन दूर दराज इलाकों में होने की वजह से खिलाड़ी रेलवे सुविधा का सहारा लेते थे।

खेल आयोजन करवाना मुश्किल होगा

हाकी कोच गुरप्रीत सिंह ने कहा कि खेल एसोसिएशन के लिए खेल आयोजन करवाना मुश्किल हो जाएगा। एसोसिएशन इस हालात में नहीं होगी कि वह भारी भरकम किराये को बोझ उठा सकें। खेल मंत्रालय को रेलवे से बात कर खिलाड़ियों को मिलने वाली छूट जारी रहनी चाहिए। इसी तरह, एथलेटिक्स कोच सर्बजीत सिंह हैप्पी ने कहा कि रेल किराये में छूट ना मिलने से खेल आयोजन कम हो सकते है। खेल एसोसिएशन खिलाड़ियों की भागीदारी कम कर सकता है। इस वर्ष कई खेल आयोजन दूसरे राज्यों में आयोजित किए जाने है।

खिलाड़ियों की भागीदारी में कमी संभव
 

ताइक्वांडों के कोच निखिल हंस ने कहा कि रेलवे ने खिलाड़ियों को किराये में छूट क्यों बंद कर दी, यह बात समझ से परे है। छूट बंद होने से आयोजक कम खेलों के आयोजन करवा सकते हैं। खिलाडियों की भागीदारी कम हो सकती है।


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