बेच रहे थे डुप्लीकेट ब्रांडेड जूते, शहर के तीन बड़े शू स्टोर के मालिक गिरफ्तार
नाइकी के ब्रांड अफसर की शिकायत पर पुलिस ने रामामंडी में तीन बड़े शू शोरूम से 15 लाख रुपये का नकली माल बरामद कर तीन शू स्टोर मालिकों को गिरफ्तार किया है।
संवाद सहयोगी, जालंधर : थाना डिवीजन नंबर 4 के साथ लगती रेड क्रास मार्केट और रामामंडी में नाइकी, बरबरी, गैंट के नकली जूतों व कपड़ों को बेचने वाले दुकानदारों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। दोनों जगहों पर तीन दुकानों में रेड कर पुलिस ने नाइकी ब्रांड का जाली मार्का लगा 15 लाख रुपये का सामान पकड़ा है। रामामंडी में अबरोड 60 के मालिक भूपिंदर सिंह, शू क्रेजी के मालिक कुलदीप माही, रेडक्रॉस मार्केट शू 90-20 के मालिक रंजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस सभी पर मामला दर्ज कर लिया है।
नाइकी के ब्रांड अफसर रमेश दत्त की शिकायत पर थाना 4 और थाना रामामंडी की पुलिस ने दोपहर बाद तीन दुकानों पर रेड की। रमेश ने बताया कि पिछले काफी समय से शिकायत मिल रही थी कि नाइकी के जूतों की नकल कर मार्केट में उसे बेचा जा रहा है। ऐसे में जहां ब्रांड का नाम खराब हो रहा था, वहीं कंपनी को भी नुकसान हो रहा था। इस बारे में उन्होंने थाना 4 और थाना रामामंडी में शिकायत दी थी जिसके बाद यह रेड की गई।
हर तरह का डिजाइन कॉपी, दाम भी बराबर
ब्रांड अफसर रमेश दत्त ने बताया कि उनको पता चला था कि यह धंधा पिछले कई सालों से चल रहा है। रेडक्रॉस मार्केट में शू 90-20 के मालिक ने ही एक दुकान को तीन दुकानों का रूप दे रखा था। सभी दुकानों से नकली मार्का लगा सामान मिला। दुकान में नाइकी का लगभग हर तरह का डिजाइन कॉपी किया गया था। देखने में जूते एकदम असली लगते थे और दाम भी नाइकी के बराबर रख मोटा मुनाफा कमाया जा रहा था।
असली ब्रांड बेचने वालों को हो रहा था घाटा
रमेश दत्त ने बताया कि नकली जूते बेचने वाले की वजह से असली ब्रांड बेचने वालों को काफी घाटा हो रहा था। उनके पास असली ब्रांड बेचने वालों के फोन आने लगे थे कि उनको काफी घाटा हो रहा है। ऐसे में वो खुद जालंधर आएं और शिकायत करें। उनके अनुसार नकली मार्का लगा सामान नेपाल व बैंकाक से बोरों में भरकर भारत लाया जाता है, जहां से इसे बड़े शहरों में बेचा जाता है।
रेडक्रॉस मार्केट में लगा नेताओं का जमावड़ा
रेडक्रॉस मार्केट में जब पुलिस ने रेड की तो वहां 90-20 के मालिक को छुड़ाने के लिए कई नेताओं का जमावड़ा लग गया। सभी उसकी गिरफ्तारी न होने के लिए जोर लगा रहे थे पर मामला चंडीगढ़ का होने के चलते पुलिस पर दबाव नहीं चला।