आज से शहर में नहीं उठेगा कूड़ा, यूनियन और नगर निगम आमने-सामने
मेयर जगदीश राजा बार-बार कह रहे हैं कि सफाई मुलाजिमों से बात करेंगे लेकिन हड़ताल की घोषणा के बाद यूनियनों को बातचीत का न्योता नहीं दिया।
जालंधर, जेएनएन। सीवरमैनों की ठेके पर भर्ती के विरोध में पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन की आज से हड़ताल की घोषणा को प्रभावहीन करने के लिए मेयर और विधायकों ने रणनीति तय कर ली है। दो दिन से पुलिस-प्रशासन से जारी मीटिंग्स में सुरक्षा को लेकर भी तैयारी की गई और यूनियनों को भी बांटने का प्लान तैयार किया गया है। सफाई मुलाजिमों को बांट कर हड़ताल का असर कम किया जाएगा और जो मुलाजिम काम करने आएंगे उन्हें पुलिस की सुरक्षा दी जाएगी। कूड़ा उठाने के लिए चलने वाली गाड़ियों के साथ पुलिस तैनात रहने की संभावना है। ऐसे हालात में हड़ताली और हड़ताल विरोधी मुलाजिमों में टकराव की भी आशंका है।
मेयर जगदीश राजा बार-बार कह रहे हैं कि सफाई मुलाजिमों से बात करेंगे लेकिन हड़ताल की घोषणा के बाद यूनियनों को बातचीत का न्योता नहीं दिया। मेयर ने कहा कि शहर से कूड़ा रुटीन की तरह उठता रहे इसलिए इंतजाम किए जा रहे हैं। हड़ताल न हो इसके प्रयास भी किए जा रहे हैं। नगर निगम ने 160 सीवरेमैन ठेके पर रखे हैं। यह सीवरमैन आउटसोर्सिंग पर रखे गए हैं जबकि यूनियन मांग कर रही है कि आउटसोर्सिंग के बजाय निगम डीसी रेट पर सीधे तौर पर भर्ती करे। रविवार को दिन भर कई मीटिंग हुईं। मेयर और विधायकों ने आपस में भी मीटिंग की और पुलिस अफसरों, निगम अफसरों के साथ भी प्लानिंग की। मीटिंग में मेयर जगदीश राजा, विधायक राजिंदर बेरी, बावा हैनरी शामिल हुए। शनिवार को हुई मीटिंग में विधायक सुशील रिंकू शामिल हुए थे लेकिन रविवार को वह किसी भी मीटिंग में नहीं पहुंचे।
विधायक विधानसभा में रहेंगे, मेयर को संभालना होगा मोर्चा
सोमवार को हड़ताली मुलाजिमों से निपटने की पूरी जिम्मेवारी मेयर जगदीश राज राजा पर रहेगी। सभी विधायक विधानसभा सेशन में शामिल होने के लिए चंडीगढ़ में रहेंगे। ऐसे में मेयर को पूरा मामला निपटाना होगा। कई मुद्दों को लेकर विपक्ष के तेवर तीखे हैं इसलिए विधायकों को विधानसभा में मौजूद रहने के निर्देश हैं। इसी के मद्देनजर मेयर और विधायकों ने रविवार को ही पूरी रणनीति बना ली है।
कूड़ा लिफ्टिंग के दौरान सुरक्षा देंगे : डीसीपी
डीसीपी गुरमीत सिंह ने कहा कि मेयर और विधायकों से मीटिंग में यही चर्चा की गई है कि हड़ताल को दौरान जो मुलाजिम काम करेंगे, उनकी सुरक्षा का इंतजाम रहे। इसके लिए डंपों पर भी सुरक्षा देंगे ताकि कूड़ा लिफ्टिंग में रुकावट न आए। निगम ऑफिस में भी पुलिस तैनात की जागी ताकि निगम का काम प्रभावित न किया जा सके।
पंजाब में दिखाएंगे हड़ताल का असरः ग्रेवाल
पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन के प्रधान चंदन ग्रेवाल ने कहा कि उन्हें बातचीत के लिए कोई बुलावा नहीं आया है। हड़ताल तय है और इसका असर कुछ ही दिनों में पूरे पंजाब में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ सफाई मुलाजिम ही नहीं बल्कि हेल्थ, आंगनवाड़ी, रोडवेज, शिक्षा समेत हर वर्क के मुलाजिमों केा साथ जोड़ कर संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि ठेके पर काम करवा कर दलितों का शोषण किया जा रहा है। मेयर के ब्लैकमेलिंग के आरोपों पर कहा कि मेयर के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए।
दलितों से टकराव के लिए तैयार नहीं होगी कांग्रेस हाईकमान
जालंधर में सफाई मुलाजिमों की हड़ताल को लेकर कांग्रेस हाईकमान और मुख्यमंत्री का रुख नरम हो सकता है। जिस तरह से दलित मुद्दे इस समय गर्म है उसे देखते हुए सीएम जालंधर के विधायकों को हड़ताल के मामले में नरमी बरतने के आदेश दे सकते हैं। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप, नागरिकता संशोधन एक्ट और आरक्षण के मुद्दे पर कई संगठन पहले ही भड़के हुए हैं। ऐसे में दलित राजनीति का केंद्र जालंधर अगर सफाई मुलाजिमों के मुद्दे पर गर्म होता है तो कांग्रेस को इस पर नरम रुख अपनाना पड़ सकता है। विधायक सुशील रिंकू के रविवार को सभी मीटिंग से दूरी बनाए रखने से यह संकेत मिल रहा है कि कहीं ना कहीं पार्टी हाईकमान मौजूदा हालात में सफाई मुलाजिमों से टकराव के मूड में नहीं है।