कट्टरपंथियों की हिटलिस्ट में है बादल परिवार, पंडोरी गोला ब्लास्ट जांच में सामने आया था लखबीर रोडे का नाम
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का परिवार कई वर्षों से कट्टरपंथियों के निशाने पर है। खुफिया एजेंसियों की मानें तो बादल का परिवार काफी समय से लखवीर सिंह रोडे की हिट लिस्ट पर है। लखवीर कोई और नहीं बल्कि पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे का भाई है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने शुक्रवार सुबह श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे के आवास पर छापामारी करके संदिग्ध बैग बरामद किए हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का परिवार कई वर्षों से कट्टरपंथियों के निशाने पर है। खुफिया एजेंसियों की मानें तो बादल का परिवार काफी समय से लखवीर सिंह रोडे की हिट लिस्ट पर है। लखवीर सिंह रोडे कोई और नहीं बल्कि पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे का भाई है। जो लंबे समय से पाकिस्तान में रहते हुए इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) की कमान संभाल रहा है।
मोगा जिले के गांव रोडे निवासी लखवीर सिंह रोडे इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आइएसवाइएफ) की कमांड संभाले पाकिस्तान में रहता है। गांव रोडे में एनआइए की गई छापामारी के बाद खुफिया एजेंसियां यहां पूरी तरह से सतर्क हो गई हैं।
लंबे समय से कट्टरपंथियों के निशाने पर है बादल परिवार
यह बात भी सामने आई है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का परिवार लंबे समय से कट्टरपंथियों के निशाने पर है। अकाली-भाजपा गठजोड़ की पूर्व सरकार के दौरान बेअदबी मामले का बदला लेने लिए पाक बैठे लखबीर सिंह रोडे ने 2016 में तत्कालीन उपमुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल को मारने की योजना बनाई थी। इसका खुलासा 4 सितंबर, 2019 में गांव पंडोरी गोला में बम ब्लास्ट के दौरान हुआ था। इसकी जांच एनआइए को सौंपी गई थी। उस जांच में सामने आया था कि पंडोरी गोला ब्लास्ट मामले से जुड़े गांव पंजवड़ निवासी बिक्रम सिंह उर्फ बिक्कर व मलकीत सिंह उर्फ शेरा ने मिलकर श्री हरिमंदिर साहिब, अमृतसर की फेरी के मौके पर सुखबीर सिंह बादल को उस समय निशाना बनाना था, जब वह श्री गुरु रामदास जी के प्रकाश पर्व मौके (2016) में अमृतसर आए थे। हालांकि कड़ी सुरक्षा के चलते ऐसा नहीं हो पाया था।
पंडोरी गोला में बम निकलाते समय हुआ था धमाका
4 सितंबर, 2019 की रात को पंडोरी गोला के खाली पड़े प्लाट में पहले से दबा रखा गया बम निकालते धमाका हुआ था। इस दौरान गांव बचड़े निवासी हरप्रीत सिंह हैप्पी, गांव कदगिल निवासी बिक्रमजीत सिंह विक्की की मौके पर मौत हो गई थी। इनका तीसरा साथी गुरजंट सिंह जंटा गंभीर घायल हो गया था। बाद में दोनों आंखों की रोशनी जाती रही थी। 17 अक्टूबर, 2020 को भिखीविंड में मारे गए शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू मामले के तार भी पाक बैठे आतंकी संगठनों के साथ साबित हुए थे।
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