SI Dilbagh Singh की बोलेरो में आइईडी प्लांट करने वाला गिरफ्तार, पुलिस ने मोहाली से दबोचा
युवराज को पुलिस ने मोहाली से गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसी ने एसआइ दिलबाग सिंह की बोलेरो में आइईडी को प्लांट किया था। पंजाब पुलिस ने उसे मोहाली से गिरफ्तार किया है। यह घटना गत 16 अगस्त को सामने आई थी।
जासं, अमृतसर। अमृतसर के रंजीत एवेन्यू में एसआइ दिलबाग सिंह की बोलेरो में बम (आइईडी) प्लांट करने के मामले में पुलिस ने युवराज सब्बरवाल नाम के युवक को गिरफ्तार किया हैl आरोप है कि युवराज ने सब इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की बोलेरो में आइईडी को प्लांट किया था।
आरोपित युवराज को पुलिस ने मोहाली से गिरफ्तार किया है। अभी आरोपित को पुलिस ने अमृतसर की अदालत में पेश कर 7 दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया है। बता दें इस मामले में पुलिस पहले 8 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
Punjab Police wrapped up investigation of Amritsar IED case with arrest of main accused Yuvraj Sabharwal who retrieved and planted IED on directions of Lakhbir Landa. Major blow to ISI-backed terror networks & another step in making Punjab safe on directions of CM @BhagwantMann pic.twitter.com/BUuBtSShy8— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) September 23, 2022
बता दें कि यह मामला 16 अगस्त की रात 2 बजे उस समय सामने आया था जब एसआइ की गाड़ी साफ करने वाले शख्स ने बाइक पर दो लोगों को उनकी बोलेरो के नीच बमनुमा चीज फिट करते हुए देखा। उसने तत्कार एसआइ दिलबाग सिंह को सूचना दी। इसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था।
आइईडी में इस्तेमाल किया गया 2 किलो आरडीएक्स
मामले का जांच में सामने आया था कि आइईडी में 2 किलो आरडीएक्स का इस्तेमाल किया गया था। स्पष्ट है कि बम लगाने वालों के निशाने पर एसआइ दिलबाग सिंह थे। दिलबाग उन पुलिस अफसरों में शामिल हैं, जिन्होंने पंजाब में आतंकवाद के दिनों बढ़-चढ़कर कार्य किया था।
एसआइ को रास्ते से हटाने की थी साजिश
पुलिस की जांच में इस घटना के तार पाकिस्तान में बैठे गैंगस्टर हरविंदर रिंदा से जुड़े थे। पता चला है कि एसआइ दिलबाग सिंह उससे संबंधित मामले में अहम गवाह हैं। इसी कारण उन्हें रास्ते से हटाने के लिए उसने अपने गुर्गों के माध्यम से बोलेरो में आइईडी प्लांट करने की साजिश रची थी। पता चला है कि साजिश पहले गिरफ्तार किए गए हरपाल सिंह और फतेहदीप सिंह ने अपने साथियों के साथ रची थी। फतेहदीप घटना को अंजाम देने के लिए उनके साथ लुधियाना के एक बड़े होटल में भी रुका था।