Punjab Heat Wave: भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से लोग बदहाल, दोपहर में कमजोर इम्यूनिटी वाले घर में ही रहें
Punjab Weather Update जालंधर नवांशहर सहित प्रदेश भर में सुबह 11 बजे ही लू चल रही है। गर्मी और तपिश से बेहाल लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं। तीन दिन पहले तापमान मे कुछ कमी आने से राहत मिली थी। शुक्रवार को तापमान फिर 44 डिग्री छू गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर/नवांशहर। भीषण गर्मी ने पंजाब के अधिकतर जिलों में लोगों का बेहाल कर दिया है। सुबह 11 बजे ही चलने वाली लू चलने से लोग घरों में ही रहने को मजबूर हो गए हैं। तीन दिन पहले तापमान में कुछ कमी आने लोगों को राहत मिली थी लेकिन शुक्रवार को तापमान फिर 44 डिग्री पर पहुंच गया। दोपहर से समय बाजार सुनसान हो गए। गर्मी से बचने के लिए लोग तरह तरह के उपाय करते नजर आ रहे हैं। ठंडे पेय पदार्थों की मांग बढ़ गई है। इनकी रेहड़ियों पर लगातार भीड़ रहती है। सबसे ज्यादा मांग गन्ने के रस व शिकंजवी की हो रही है तो लस्सी की डिमांड भी बढ़ चुकी है।
नवांशहर के एसएमओ डा. मनदीप कमल का कहना है कि गर्मी के कारण लोग बीमार हो रहे हैं। ऐसे में लू से बचना बहुत जरूरी है। लोग घर से निकलते समय पानी पीयें। अपने सेथ पानी की बोतल और एक नम कपड़ा लेकर चलें।
बच्चों और बुजुर्गों को हीट स्ट्रोक ज्यादा खतरा
बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। इसलिए इन दिनों उनका खास ध्यान रखना जरूरी है। जहां तक हो सके उन्हें घर में ही रहना चाहिए। मोटापे से ग्रस्त बच्चों से लेकर हृदय रोगियों, शारीरिक रूप से कमजोर लोगों और कुछ खास दवाएं लेने वाले लोगों के गर्मी लगने की संभावना सबसे अधिक होती है। गर्म हवा प्यास को बढ़ाती है और हमारे शरीर को, खासकर हमारी आंखों और त्वचा को भी जला देती है। इससे शरीर में डिहाइड्रेशन हो जाता है।
लू लगने के लक्षण
- आंखों के सामने अंधेरा।
- चक्कर आना और गिरना।
- चिंता और घबराहट।
- हल्का या तेज बुखार।
- अत्यधिक प्यास लगना।
- गंभीर सिरदर्द और उल्टी।
- कमजोरी महसूस करना। .
- गर्मी के कारण पित्त।
- गर्मी के बावजूद कम पसीना आना।
- मांसपेशियों में दर्द।
- लाल गर्म और शुष्क त्वचा।
इस स्थिति में रखें विशेष ध्यान
- लगातार तेज बुखार आना
- शरीर के गर्म होने पर पसीना आना बंद होना और त्वचा का खुरदरा होना।
- रोगी का बेहोश होना, घबराना या अजीब सी हरकतें करना।
लू लगने पर यह करें
- छाया में बैठना चाहिए।
- कपड़े ढीले होने चाहिए।
- बीमार को पीने के लिए कुछ तरल पदार्थ दें।
- शरीर के तापमान को कम करने के लिए ठंडे पानी की पट्टी लगाएं।
- ठंडे पानी से भरे बाथटब में रोगी को गर्दन तक ले जाया जा सकता है।
- बुखार कम करने के लिए सामान्य दवाओं का प्रयोग न करें।
- मरीजों को जल्द से जल्द अस्पताल ले जाना चाहिए।
लू से बचने के लिए यह करें
- जब भी घर से बाहर निकलने की जरूरत हो तो खूब पानी पीएं।
- सूती, हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें और सिर ढंक कर रखें।
- पानी, लस्सी, जैसे तरल पदार्थों का अधिकतम सेवन।
- जरूरत पड़ने पर दोपहर के समय घर से बाहर न निकलें।
भीषण गर्मी में यह न करें
- खाली पेट घर से बाहर न निकलें।
- मसालेदार भोजन से बचें।
- कूलर या एसी वाले कमरे में बैठने के तुरंत बाद धूप में न निकलें।
- दोपहर के समय घर से बाहर न निकलें।