मां के आशीर्वाद से दिन की शुरुआत करते हैं जालंधर सेंट्रल से कांग्रेस प्रत्याशी बेरी, सुबह घर-घर व शाम को बैठकों पर ज्यादा ध्यान
जालंधर सेंट्रल विधानसभा हलका से कांग्रेस के मौजूदा विधायक एवं प्रत्याशी विधायक राजेंद्र बेरी सुबह 6 बजे से लेकर रात 10 बजे तक लोगों से बातचीत करते हैं। नहा धोकर चाय की चुस्कियों के साथ समाचार पत्रों की सुर्खियां और इंटरनेट मीडिया पर चल रही जानकारियों पर नजर मारते हैं।
जालंधर [शाम सहगल]। Punjab Election 2022 चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ गई हैं। बैठकों का शेड्यूल भी सख्त हो गया है। चुनाव आयोग ने प्रचार का समय सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक कर दिया है। ऐसे में उम्मीदवारों का शेडयूल और लंबा हो गया है। जालंधर सेंट्रल विधानसभा हलका से कांग्रेस के मौजूदा विधायक एवं प्रत्याशी विधायक राजेंद्र बेरी भी सुबह 6 बजे से लेकर देर रात तक इसी अभियान पर रहते हैं। सोमवार सुबह पांच बजे उठने के बाद नहा धोकर चाय की चुस्कियों के साथ समाचार पत्रों की सुर्खियां और इंटरनेट मीडिया पर चल रही जानकारियों पर नजर मारी। इस बीच टीम के मेंबर भी पहुंचने शुरू हो गए और इनसे दिनभर के शेड्यूल पर चर्चा कर ली। बातचीत के दौरान ही टीम के साथ हल्का नाश्ता किया। इसके बाद मां कौशल्या देवी से आशीर्वाद लिया और मंदिर में माथा टेक कर सुबह साढ़े सात बजे प्रचार अभियान पर निकल पड़े।
सुबह के शेड्यूल में डोर टू डोर अभियान पर ही फोकस होता है क्योंकि जिन लोगों के शेड्यूल बिजी हैं और लोगों ने काम पर निकलना होता है। इसलिए प्रत्याशियों की कोशिश होती है कि 10 बजे से पहले डोर-टू-डोर अभियान करके अधिक से अधिक घरों तक उपस्थिति दर्ज करवा ली जाए। विधायक बेरी के लिए डोर टू डोर अभियान खट्टे मीठे फल की तरह रहा। बेरी चूंकि मौजूदा विधायक हैं इसलिए लोगों की शिकायतें भी रहती हैं और जो काम करवाए हैं उनके लिए लोगों का प्यार भी मिलता है। राजिंदर बेरी बेहद सौम्य स्वभाव के हैं इस वजह से लोगों की बात भी आराम से सुनते हैं। लोग भी इस बात से संतुष्ट हो जाते हैं कि वह अपनी बात आसानी से विधायक तक पहुंचा देते हैं। फल खट्टा मीठा हो लेकिन इसका फायदा जरूर मिल रहा है।
दिन भर के अभियान में राजिंदर बेरी न्यू माडल टाउन, बदरी दास कालोनी, मिलाप चौक इलाका, वार्ड नंबर 68 का इलाका, झांसी कॉलोनी, एकता नगर, रामामंडी, गुजराल नगर, सिविल लाइन्स, पक्का बाग समेत कई इलाकों में नुक्कड़ मीटिंग, जनसभा और डोर टू डोर अभियान से कवर किया। इस दौरान थोड़ी देर के लिए चुनाव कार्यालय भी गए और टीम मैनेजमेंट से बात की।
इस बीच दोपहर में समय निकाल कर कुछ प्रभावशाली लोगों के साथ मुलाकात की, कुछ नाराज लोगों को मनाना और शाम के कार्यक्रमों को लेकर रणनीति पर चर्चा होती रही। इस बीच दो बजे के करीब कार्यकर्ताओं के साथ भोजन ग्रहण किया। शाम चार बजे के बाद बैठकों का दौर तेजी से शुरू हुआ। छह बजे के बाद यह शेडयूल काफी व्यस्त हो जाता है और मीटिंग में भीड़ भी बढ़ जाती है। इस वजह से प्रत्याशी राजिंदर बेरी भी इस समय के दौरान फोन कम सुनते हैं और लोगों की बात पर ध्यान देते हैं ।
पीएम के आगमन पर नफा-नुकसान का लगाते रहे गणित
चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को शहर में रहे इस वजह से कांग्रेस प्रत्याशी की नजर इस पूरे घटनाक्रम और प्रधानमंत्री के भाषण के इर्द-गिर्द भी रही ताकि उसके मुताबिक अगली रणनीति तय की जा सके। प्रधानमंत्री के आने से इसका कितना नफा-नुकसान कांग्रेस को होगा इसे लेकर साथियों को कुछ निर्देश भी देते रहे।