किशनलाल की घरवापसीः भंडारी और किशन को गले मिलवा असंतोष दूर करना चाहते हैं श्वेत मलिक
पूर्व भाजपा नेता किशनलाल की वापसी को लेकर जहां पूर्व विधायक केडी और मनोरंजन कालिया गुट विरोध कर रहा है तो प्रदेश अध्यक्ष मलिक आपसी शिकवे दूर करने की कोशिश में हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : किशन लाल शर्मा की भाजपा में घर वापसी को लेकर पावर गेम में उलझी शहरी भाजपा की गरमाई सियासत को अब माफी व गले मिलाकर ठंडा करने की कवायद की जा रही है। यही वजह है कि जिला प्रधान रमन पब्बी ने श्वेत मलिक के पंजाब आने तक दो दिन बाहर होने का बहाना करके पूरे मामले से किनारा कर लिया है। बता दें कि किशन लाल की घरवापसी का पूर्व विधायक केडी भंडारी व मनोरंजन कालिया खेमे में डटकर विरोध किया है।
किशन लाल शर्मा को भाजपा से पहले भी दो बार पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निकाला जा चुका है, लेकिन चुनाव नजदीक आते ही उनकी घर वापसी भी करवा ली जाती है। यह तीसरा मौका है, जब उनकी रीएंट्री करवाई गई है। विधानसभा चुनाव से पहले निष्कासन व लोकसभा चुनाव से पहले रिंएंट्री की उनकी कहानी पुरानी है। इससे पहले किशन लाल शर्मा बीते विधानसभा चुनाव में नॉर्थ हलके से उम्मीदवार केडी भंडारी व सेंट्रल हलके से उम्मीदवार रहे मनोरंजन कालिया के खिलाफ चुनावी प्रचार का हिस्सा बने थे।
उनके ऊपर यह भी आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस के मंच से भाजपा के उम्मीदवारों को हराने की भी साजिश रची थी। प्रचार भी किया था। यही वजह है कि अब उनकी पार्टी में प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक की तरफ से की गई घरवापसी को लेकर भंडारी व कालिया खेमा विरोध कर रहा है। भंडारी समर्थकों ने इस फैसले के खिलाफ सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली थी। इसके बाद तीन दिन से शहरी भाजपा की सियासत गरमाई हुई है।
मंगलवार को जिला प्रधान रमन पब्बी ने भंडारी के घर आकर उनके समर्थकों की नाराजगी दूर करनी थी लेकिन पब्बी समय देकर भंडारी के घर नहीं आए और दो दिन बाद मिलने का बोलकर निकल गए। इससे रोष में आए भंडारी समर्थकों ने उन्हें इस्तीफे सौंप दिए थे। भंडारी ने उन्हें दो दिन शांत रहने को लेकर मना लिया है। पब्बी के कल लौटने की संभावना नहीं है। इसके बाद फिर से भाजपा की सियासत गरमाएगी। उससे पहले श्वेत मलिक की कोशिश है कि वह दिल्ली से पंजाब आकर दोनों पक्षों को बैठाकर मामले को शांत करवा लें।
पब्बी की नहीं सुननी थी कार्यकर्ताओं ने, इसलिए किया किनारा
भंडारी व किशन को मिलाने को तैयार कर रहे मलिक!
पार्टी के सूत्रों की माने तो किशन लाल शर्मा को माफी मांगने के लिए मलिक गुट ने तैयार कर लिया है। भंडारी व किशन लाल को गले मिलाकर मलिक जालंधर भाजपा में फैल रहे असंतोष को शांत करने की कोशिश में हैं। अलग बात है कि नॉर्थ व सेंट्रल हलके में किशन लाल की घुसपैठ आज से नहीं बल्की सालों पुरानी है। इसलिए यह मामला माफी या गले मिलने से शांत होने वाला भी नहीं है। बल्कि किशन लाल को पार्टी में शामिल करवा कर मलिक ने मरा हुआ सांप गले में डाल लिया है।
जयपुर की सैर पर हैं पब्बी
भाजपा के सूत्रों की माने तो जिला अध्यक्ष रमन पब्बी अपने करीबियों व पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ जयपुर की सैर कर रहे हैं। इस मामले को लेकर भाजपा में खासी चर्चा है कि शहर में भाजपा में आग लगी हुई है और प्रधान आग बुझाने की बजाय जयपुर की सैर कर रहे हैं। वहीं, पब्बी का कहना है कि वह जालंधर से बाहर अपने रिश्तेदारों के यहां आए हुए हैं।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी उठ सकता है मुद्दा
किशन लाल की एंट्री को लेकर भड़के भंडारी व कालिया गुट को इस मामले को लेकर अगले सप्ताह तक इंतजार करना पड़ेगा। भले ही मंगलवार को पब्बी दो दिन का समय लेकर शहर से बाहर चले गए हैं, लेकिन शुक्रवार व शनिवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के चलते अब मामले को अगले सप्ताह तक खींचकर ठंडा करने की भी कोशिश की जा रही है। भंडारी की तरफ से मुद्दा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी उठाया जा सकता है। अगर पब्बी वीरवार को आ भी जाते हैं तो भंडारी अब सोमवार को ही उपलब्ध होंगे।