पंजाब चुनाव 2022ः सी-विजिल और हेल्पलाइन पर अजब-गजब शिकायतें, लोग पूछ रहे चन्नी-सिद्धू की लड़ाई में कौन जीतेगा
Punjab Assembly Election 2022 पड़ोसी ने घर के बाहर राजनीतिक पार्टी का होर्डिंग लगाया हुआ है। पता नहीं उसने इसकी इजाजत ली है या नहीं। कार्रवाई या जुर्माना जरूर करना। कुछ ऐसी ही शिकायतें इन दिनों सी-विजिल एप और टोलफ्री नंबर 1950 पर जालंधर जिला प्रशासन को मिल रही हैं।
शाम सहगल। जालंधर। ‘मोहल्ले में तीन घर छोड़कर पड़ोसी ने घर के बाहर राजनीतिक पार्टी का होर्डिंग लगाया हुआ है। पता नहीं उसने इसकी इजाजत ली है या नहीं। आप इसकी जांच कर सकते है। कार्रवाई या जुर्माना जरूर करना। कुछ ऐसी ही शिकायतें इन दिनों सी-विजिल एप और टोलफ्री नंबर 1950 पर जालंधर जिला प्रशासन को मिल रही हैं। शिकायतें केवल होर्डिग या बैनर तक ही सीमित नहीं है बल्कि अवैध निर्माण व रंजिश की भी मिल रही है। लोग आचार संहिता के उल्लंघन या अन्य परेशानी के बजाय पड़ोसियों के खिलाफ ज्यादा खुन्नस निकाल रहे हैं। आचार संहिता लगने के बाद पांच दिन में जिला चुनाव अधिकारी के पास सी-विजिल एप पर 103 शिकायतें आई और टोलफ्री नंबर पर 424। इनमें अवैध निर्माण की शिकायतों की संख्या 15 से अधिक है जबकि चार शिकायतें पड़ोसी की दीवार पर बोर्ड या झंडा लगे होने की हैं।
पड़ोसी से मारपीट, गाली निकालने के भी दो मामले आए हैं। एक में तो कहा-सर गवांडी नूं फड़ के थाने ले जाओ, ऐहनें बड़ा तंग कित्ता होआ ए..। इन सवालों का जवाब कंट्रोल रूम में तैनात कर्मी भी नहीं दे पाते और पांच दिन ही ऐसे सवाल सुन-सुनकर तंग परेशान हो गए। नाम न छापने की शर्त पर दो कर्मियों ने बताया कि लोग चन्नी-सिद्धू की लड़ाई और कौन सी पार्टी जीतेगी? को लेकर भी सवाल पूछ रहे है। काफी शिकायतें रद करनी पड़ रही हैं।
ऐसे सवाल भी फोन करके पूछ रहे लोग
- आटा दाल स्कीम का राशन इस बार मिलेगा या नहीं?
- पेंशन के पैसे 1500 रुपये बढ़ाने की बात कही गई थी, क्या वह बढ़कर मिलेगी?
- कच्चे कर्मचारी कब पक्के करने है?
- वोट बनवाने के लिए फार्म भरा था, कब तक बनकर आएगी?
- इस बार कौन सी पार्टी के जीतने के आसार है?
- चुनाव वाले दिन वोटिंग का समय कितना रहेगा?
- मेरा बूथ कौन सा होगा। अगर उसे बदलना हो तो क्या करें?
एप पर नेटवर्क की समस्या
चुनाव आयोग ने सी-विजिल एप भी लांच की है लेकिन यहां नेटवर्क की समस्या होने के चलते लोग हेल्पलाइन नंबर को बेहतर विकल्प मानते हैं। यहीं कारण है कि कुल 527 शिकायतों में एप पर सिर्फ 103 ही मिली। कंट्रोल रूम में तीन शिफ्टों में आठ-आठ घंटे चार-चार कर्मचारी कंट्रोल रूम में तैनात रहते हैं।
गलत व अधूरी सूचनाएं मिल रहीं
हेल्पलाइन नंबर पर लोग गलत या अधूरी सूचनाएं भी दे रहे हैं। एक शिकायत में कहा गया कि कन्नोवाली में कोरोना के बावजूद जनसभा हो रही है। फील्ड स्टाफ में तैनात कर्मियों को पता ही नहीं कि कन्नोवाली जगह कहां है। कुछ इलाकों में सही स्पाट भी नहीं मिल पा रहा।
अधिकतर शिकायतों का आचार संहिता से कोई लेना-देना नहीं
आठ जनवरी को आचार संहिता लगने के बाद जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में तीसरी मंजिल पर बने कमरा नंबर 304 में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहां विभिन्न विभागों से संबंधित स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। शिकायत आने पर उसे सीधा आरओ को ट्रांसफर किया जाता है लेकिन ऐसी शिकायतों में अधिकतर का अचार संहिता से कोई लेना-देना ही नहीं है।
डीसी ने कहा, लोग परेशानी न बढ़ाएं
डीसी घनश्याम थोरी ने कहा कि लोगों को इस दौर में स्टाफ व प्रशासन की मदद करनी चाहिए। जागरूक नागरिक के रूप में शिकायत करने से पहले खुद यह परख लें कि यह शिकायत अचार संहिता के उल्लंघन से संबंध रखती है या नहीं। हेल्पलाइन नंबर 1950 पर केवल इससे संबंधित शिकायत ही करें।
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