बच्चों को स्कूलों में ही मिल जाएंगी मनपसंद किताबें, शिक्षा विभाग ने शुरू किया अभियान Jalandhar News
6वीं से 10वीं क्लास तक के बच्चों को हिंदी पंजाबी स्टोरी बुक्स छोटे नाटक और 11वीं से 12वीं क्लास के बच्चों को नाटक सहित अन्य साहित्य संबंधी मैटेरियल पढ़ने को दिया जाएगा।
जालंधर, [अंकित शर्मा]। बच्चों में किताबों के प्रति रुचि को बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक और अभियान शुरू किया है। इसके तहत सूबे भर के सरकारी स्कूलों में अब 15 अगस्त तक किताबों का लंगर लगेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत बच्चे स्कूल में लगने वाले इस लंगर के जरिए पसंदीदा किताबों का चयन कर सकेंगे। ताकि उनमें किताबों को पढ़ने की रुचि पैदा हो।
शिक्षा विभाग का मानना है कि अभी तक बच्चे केवल सिलेबस से जुड़ी किताबें पढ़ने में ही व्यस्त रहते हैं, ऐसे में सिलेबस से हटकर उन्हें सामान्य ज्ञान देने के उद्देश्य से किताबों प्रति रुचि बढ़ाने के लिए यह सर्व पक्षीय विकास किया जा रहा है। इसलिए अब किताबों को लाइब्रेरी में न रखकर उन्हें स्कूल के लॉन, हॉल या फिर कॉरिडोर में यह किताबों का लंगर लगाया जाएगा। इसी के तहत ही सरकारी मॉडल स्कूल हमीरी खेड़ा में किताबों का लंगर लगाया गया, जिसमें बच्चों की तरफ से हिंदी, साहित्यिक, इतिहास से जुड़ी हिस्ट्री की किताबों प्रति रुचि दिखाई।
6वीं से 10वीं वालों के लिए नाटक और 11वीं और 12वीं वालों के लिए नॉवल
इस किताबी लंगर को खास बनाने के लिए ही 6वीं से 10वीं क्लास तक के बच्चों को हिंदी, पंजाबी स्टोरी बुक्स, छोटे नाटक, छोटी स्टोरी और 11वीं से 12वीं क्लास के बच्चों को नॉवल, नाटक सहित अन्य साहित्य संबंधी मैटेरियल पढ़ने को दिया जाएगा। इस लंगर को सफल बनाने के लिए शिक्षकों को बच्चों की रुचियों को ध्यान में रखते हुए ही बुक्स खरीदी भी जा रही हैं और उन्हें डिसप्ले भी किया जाएगा।
बच्चों को किताब का ज्ञान याद रहे, पूछे जाएंगे सवाल
बच्चों को इस लंगर के जरिए दी की जाने वाली किताबें का रिकॉर्ड भी रखा जाएगा। किताब लौटाने के बाद बच्चों से अगले दिन उसी किताब में से लाइब्रेरियन द्वारा सवाल-जवाब भी किए जाएंगे, ताकि बच्चे की तरफ से उक्त किताब से जो भी पढ़ा गया ,है उसे याद रहे। इसके साथ-साथ बच्चों की तरफ से किताब के सारांश को घर से लिखकर लाने के लिए भी दिया जाएगा।