जरूरतमंदों के साथ-साथ पुलिस नाकों पर तैनात जवानों को उपलब्ध करवाते रहे लंगर
कोरोना वायरस के चलते लगाए गए कर्फ्यू के बीच गरीब तथा जरूरतमंद परिवारों को निश्शुल्क राशन की सेवा देने वाले ऑटो कारोबारी ने पुलिस जवानों को भी लंगर उपलब्ध करवाया।
जागरण संवाददाता, जालंधर
कोरोना वायरस के चलते लगाए गए कर्फ्यू के बीच गरीब तथा जरूरतमंद परिवारों को निश्शुल्क राशन की सेवा देने वाले सिख तालमेल कमेटी के सदस्य तथा ऑटो कारोबारी जतिदर पाल सिंह मझैल भीषण गर्मी के बीच पुलिस नाकों पर सेवाएं दे रहे जवानों को शीतल पेय व लंगर भी वितरित करते रहे। उन दिनों में कारोबार बंद था तो जतिंदर पाल का उद्देश्य केवल जरूरतमंदों की सेवा ही रहा। इसके लिए उन्हें कई तरह की चुनौतियों को सामना भी करना पड़ा।
जतिदरपाल सिंह मझैल बताते हैं कि सेवा का सफर सिख तालमेल कमेटी के अली मोहल्ला स्थित ऑफिस से किया था। इसके बाद यह सफर गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, गुरदेव नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक भी पहुंचा। वह बताते हैं कि रोजाना कच्चा राशन वह खुद खरीद कर लाते थे, लेकिन इसे तैयार करने के लिए जगह परिवर्तित होती रही। 23 मार्च से शुरू हुआ सेवा यह सफर 50 दिनों तक निरंतर जारी रखा। प्रशासन के आदेशों के बाद लंगर की सेवा बंद कर दी। लिहाजा, जरूरतमंद परिवारों को राशन के पैकेट देने का काम काफी दिनों तक जारी रहा। इसके लिए वह अपने स्तर पर जांच करके इन परिवारों को एक साथ माह भर का राशन देते रहे। पुलिस भी बनी मददगार
वह बताते हैं कि घरों में बंद लोगों की सेवा के लिए सड़कों पर दिन-रात सेवाएं देने वाले पुलिस के जवानों की मदद करना भी मानवता की सेवा था। उन दिनों में होटल, रेस्टोरेंट व ढाबे बंद होने के कारण अन्य शहरों से आकर सेवाएं देने वाले पुलिस के जवानों को दोपहर के समय लंगर पहुंचाने की मुहिम भी साथ-साथ जारी रखी। इसमें पुलिस के जवान भी कई बार उनकी मदद करते थे।