प्रदर्शन कर रहे लोगों ने शिक्षा मंत्री ओपी सोनी को दिखाई काली झंडियां
देशभगत यादगार हाल में एक निजी संस्थान की ओर से मेधावी छात्रों के लिए आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे शिक्षामंत्री ओपी सोनी को प्रदर्शनकारियों ने काली झंडियां दिखाई।
जेएनएन, जालंधर। देश भगत यादगार हाल में एक निजी संस्थान की ओर से मेधावी छात्रों के लिए आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे शिक्षामंत्री ओपी सोनी को प्रदर्शनकारियों ने काली झंडियां दिखाई। प्रदर्शन कर रहे पेंडू मजदूर यूनियन, पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन, नौजवान भारत सभा और स्त्री जागृति मंच से संबंधित करीब 15 स्थानीय नेताओं (जिनमें चार महिलाएं शामिल थीं) को पुलिस ने शिक्षामंत्री के पास पहुंचने से पहले ही गेट पर ही रोक लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों में शामिल महिला नेताओं पर कंट्रोल करने के लिए कोई भी महिला पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद नहीं थी। शिक्षामंत्री तक पहुंचने की कोशिश कर रही पेंडू मजदूर यूनियन की करतारपुर इकाई की प्रधान बलबीर कौर दयालपुर से तो एसीपी दलबीर सिंह बुट्टर भिड़ ही गए और उसे दोनो बाजुओं में पकड़ कर खींचते हुए गेट से दूर ले गए।
प्रदर्शनकारी बुट्टर की कार्रवाई को हमला बताने लगे और कहा कि वे सीपी भुल्लर से इसकी शिकायत करेंगे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद सोनी हाल से बाहर निकलने लगे तो उन्होंने प्रदर्शनकारियों से मिलने की इच्छा जताई और खुद प्रदर्शनकारियों के पास जा पहुंचे।
यूनियन नेता से सोनी बोले- किस हैसियत से सवाल पूछ रहे, नेता बोला- पिता की हैसियत से
पेंडू मजदूर यूनियन के प्रांतीय प्रेस सचिव कश्मीर सिंह घुघशोर ने शिक्षामंत्री से कहा कि बच्चों को वर्दियां नहीं मिली और परीक्षाओं का ऐलान होने के बावजूद अभी किताबें नहीं दी गई। इस पर सोनी ने उससे पूछा कि क्या आप शिक्षक हैं। जब कश्मीर सिंह ने अपना परिचय दिया तो सोनी सख्त लहजे में बोले कि स्कूलों में वर्दियां और किताबें नहीं मिल रही है, इस बारे में वे किस हैसियत से सवाल कर रहे हैं। इस पर घुघशोर ने कहा कि उनकी 12 साल की बच्ची सरकारी स्कूल में ही पढ़ती है और उसे यह सुविधा नहीं मिली। वे एक पिता की हैसियत से सवाल कर रहे हैं। इस पर सोनी ने मौके पर डीईओ को बुलाया और समस्या का हल करने को कहा।
15 दिन में बच्चों को वर्दियां देने का आश्वासन दिया
मीडिया से बातचीत में शिक्षामंत्री ओपी सोनी ने कहा कि बच्चों को वर्दियां देने के लिए विभाग ने स्कूल प्रिंसिपल के बैंक खातों में फंड ट्रांसफर कर दिया था। मीडिया से उन्हें पता चला कि पठानकोट के सरकारी स्कूल में प्रि¨सपल ने वर्दी देने के लिए पैसे वसूले। ऐसे में अब सिस्टम बदला जा रहा है ताकि किसी तरह की ठगी रोकी जा सके। अगले 15 दिन में पंजाब के सभी सरकारी स्कूलों में बच्चों को वर्दियां मुहैया करवा दी जांएगी।