उड़नखटोले से फ्लाइट में लगेज को लेकर निजी बस ऑपरेटर कर रहे गुरेज
मनुपाल शर्मा, जालंधर:उड़नखटोले से अपना बिजनेस खो देने के डर से निजी बस ऑपरेटर दिल्ली एयरपोर्ट तक जाने वाले एनआरआइ यात्रियों को गुमराह कर रहे हैं।
मनुपाल शर्मा, जालंधर:उड़नखटोले से अपना बिजनेस खो देने के डर से निजी बस ऑपरेटर दिल्ली एयरपोर्ट तक जाने वाले एनआरआइ यात्रियों को गुमराह कर रहे हैं। निजी बस ऑपरेटर 'कु'तर्क दे रहे हैं कि आदमपुर से दिल्ली एयरपोर्ट तक उड़ान भरने वाली स्पाइस जेट की फ्लाइट में यात्री अपना सारा सामान (लगेज) ले जा ही नहीं सकते हैं। अपने इस 'कु'तर्क को इस बात से पुख्ता बनाने की कोशिश की जा रही है कि आदमपुर आने वाला स्पाइस जैट का बंबार्डियर विमान छोटा है, जो यात्रियों का सामान ले जा ही नहीं सकता। प्रचार इस बात का भी किया जा रहा है कि आदमपुर-दिल्ली फ्लाइट में मात्र एक लगेज प्रति यात्री साथ ले जाने की ही अनुमति है।
सर्दियों का मौसम शुरू होने वाला है और आदमपुर-दिल्ली के मध्य चल रही फ्लाइट में यात्रियों की संख्या और सफलता को देखते हुए निजी बस ऑपरेटर अपने कम हो रहे बिजनेस को लेकर खासे चिंतित हैं। सर्दियों में भारी संख्या में विदेशों में बसने वाले दोआबा क्षेत्र के एनआरआई यात्रियों का आवागमन भी शुरू होने वाला है। निजी बस ऑपरेटर्स को इस बात की चिंता है कि वह आदमपुर-दिल्ली के मध्य चलने वाली फ्लाइट अगर सर्दियों में एनआरआई यात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल रहती है तो दिल्ली एयरपोर्ट तक जाने वाली करोड़ों रुपए की सुपर डीलक्स बसों को यात्रियों का टोटा हो सकता है।
हालाकि आदमपुर एयरपोर्ट के स्पाइस जेट अधिकारियों का कहना है कि आदमपुर से यात्रियों को अपना लगेज (सामान) ले जाने में कोई परेशानी नहीं है। फ्लाइट में सफर करने वाला प्रत्येक यात्री 22 किलो तक का सामान बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के ले जा सकता है।
7 किलो तक का सामान हैंडबैग के तौर पर ले जा सकते हैं
प्रत्येक यात्री फ्लाइट में चेक-इन लगेज के तौर पर 15 किलो तक का सामान और 7 किलो तक का सामान हैंडबैग के तौर पर ले जा सकता है। चेक इन लगेज विमान में बने कार्गो एरिया में रखा जाता है, जबकि हैंडबैग को यात्री अपने साथ कैबिन में सीट के ऊपर लगे रैक मे रख कर ले जा सकता है। लगेज संख्या के ऊपर भी कोई पाबंदी नहीं है।
लगेज का भार 22 किलो से ज्यादा होने की सूरत में डिस्काउंट रेट पर प्रति किलो की दर से भुगतान किया जा सकता है, जो ऑनलाइन औसतन 350 रुपए के लगभग प्रति किलो शुल्क वसूला जा