छह लाख में सौदा कर फर्जी तरीके से बीएसएफ में भर्ती होने आया युवक धरा
राहुल को भर्ती करवाने के लिए फर्जीवाड़ा करने वाले एजेंट विकास को भी पुलिस ने मामले में आरोपित बनाया है जो यूपी के फिरोजाबाद के थाना नसीरपुर के गांव दफराबाद का रहने वाला है।
जालंधर, जेएनएन। थाना नई बारादरी पुलिस ने फर्जी तरीके से बीएसएफ में कांस्टेबल के रूप में भर्ती होने यूपी से आए युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपित की पहचान आगरा की तहसील बाह के गांव बिजकोली निवासी राहुल के रूप में हुई है। राहुल को भर्ती करवाने के लिए फर्जीवाड़ा करने वाले एजेंट विकास को भी पुलिस ने मामले में आरोपित बनाया है, जो यूपी के फिरोजाबाद के थाना नसीरपुर के गांव दफराबाद का रहने वाला है। दोनों के खिलाफ पुलिस ने आइपीसी की धारा 419, 420, 120-बी के तहत केस दर्ज किया गया है।
बीएसएफ के अधिकारी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2019-20 की बीएसएफ कांस्टेबल की भर्ती के संबंध में दस फरवरी को रिव्यू मेडिकल एग्जामिनिशन चल रहा था। इस दौरान फिरोजाबाद के गांव दफराबाद निवासी राजू वर्मा पुत्र बीरबल की ओर से भेजी गई स्पीड पोस्ट मिली, जिसमें लिखा था कि आरोपित राहुल ने फर्जी तरीके से फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (पीईटी)/ फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट (पीएसटी) पास किया है। वह अब जालंधर में 17 फरवरी को होने वाले रिव्यू मेडिकल एग्जामिनेशन में बैठ रहा है। 17 फरवरी की दोपहर को राहुल की बायो-मैट्रिक वेरिफिकेशन के दौरान उसका डाटा मैच नहीं हुआ। उसके द्वारा जमा करवाए गए दस्तावेज और पीईटी/पीएसटी पर लगी फोटो भी नहीं मेल खाई। इस पर उसकी उम्मीदवारी को तुरंत होल्ड कर दिया गया। उसके अगले दिन 18 फरवरी को आरोपित के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करवा दिया।
इस बीच राहुल ने खुद अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि गांव दफराबाद निवासी विकास से उसकी मुलाकात हुई थी। विकास ने उसे कहा था कि छह लाख रुपये में वह उसे बीएसएफ में कांस्टेबल भर्ती करवा सकता है। उसने उसे एडवांस दो लाख बीस हजार रुपये दे दिए। बाकी भर्ती होने के बाद देने तय हुए। पैसों के बदले में विकास ने उसकी लिखित परीक्षा और साथ ही किसी अन्य अज्ञात उम्मीदवार को उसकी जगह भेज कर उसकी पीईटी/पीएसटी पास करवानी थी।
विकास की गिरफ्तारी के बाद होंगे कई खुलासे
एसएचओ जीवन सिंह ने बताया कि उक्त मामले में आरोपित राहुल को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ कर आरोपित विकास के बारे में पता लगाया जा रहा है। विकास के पकड़े जाने के बाद बीएसएफ में फर्जी तरीके से भर्ती करवाने या होने वाले कई अन्य मामले सामने की उम्मीद है।