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अपना बच्चा दिव्यांग था, तंदरुस्त बच्चे की चाहत में दो महीने के मासूम को चुराया

रविवार रात सवा दो महीने का बच्चा चोरी होने का मामला पुलिस ने कुछ ही घंटो में सुलझा लिया। पुलिस ने बच्चा चुराने वाली महिला और उसके पति को बच्चे समेत सिटी रेलवे स्टेशन से पकड़ा है।

By Edited By: Published: Mon, 03 Dec 2018 07:32 AM (IST)Updated: Mon, 03 Dec 2018 04:46 PM (IST)
अपना बच्चा दिव्यांग था, तंदरुस्त बच्चे की चाहत में दो महीने के मासूम को चुराया
अपना बच्चा दिव्यांग था, तंदरुस्त बच्चे की चाहत में दो महीने के मासूम को चुराया

जागरण संवाददाता, जालंधर : एक स्लम एरिया में रहते परिवार का रविवार रात सवा दो महीने का बच्चा चोरी होने का मामला पुलिस ने कुछ ही घंटो में सुलझा लिया। पुलिस ने बच्चा चुराने वाली महिला और उसके पति को चुराए गए बच्चे समेत सिटी रेलवे स्टेशन से पकड़ा। उस समय वे दोनों बच्चे को लेकर बिहार गांव भागने की तैयारी में थे। बच्चा चुराने वाले दंपति ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि उनका अपना बच्चा दिव्यांग था। तंदरुस्त संतान की चाहत में वो बच्चा चुराने की आपराधिक वारदात को अंजाम दे बैठे। पुलिस ने बच्चे को उसके माता पिता के हवाले कर दिया है।

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बच्चे की मां सोनू पत्नी फूलचंद वासी झुग्गी वर्कशाप चौंक जालंधर और मूल निवासी गांव शाहपुर, जिला बिलवाड़ा, राजस्थान ने बताया कि वह शनिवार शाम को अपने परिवार के साथ अपनी झुग्गी में बैठी थी। इसी दौरान एक महिला उसके पास आई और अपना नाम रूबी बताया। उसने खुद को बेसहारा बताया और कहा कि उसके पास रहने की कोई जगह नहीं है। उसे एक रात अपनी झुग्गी में ठहरा ले, सुबह वह अपना प्रबंध कहीं न कहीं कर लेगी। उन लोगों ने तरस खाकर रात अपने यहां बिताने की इजाजत दे दी।

सोनू ने बताया कि रात को सब रोजाना की तरह सो गए। अचानक जब रात डेढ़ बजे उसकी नींद खुली तो देखा कि सवा दो महीने का बेटा लोकेश बिस्तर से गायब था। रूबी भी वहां से गायब थी। इसके बाद उन्होंने पुलिस को अपना बच्चा चोरी होने की शिकायत दी थी। एक बच्चा दिव्यांग, दूसरे की हो गई थी मौत, इसलिए बनाई योजना थाना डिवीजन नंबर 2 के एसएचओ मनमोहन सिंह ने बताया कि सिटी रेलवे स्टेशन के पास से रूबी व उसके पति चंदन को पकड़ा गया है। दोनों मूल रूप से बिहार के मधेपुरा जिले के गांव रपोली के रहने वाले हैं। दोनों बच्चा लेकर बिहार फरार होने के लिए ट्रेन पकड़ने आए थे।

दोनों ने बताया कि उनका एक बेटा है और वो दिव्यांग हैं। एक और बच्चा पैदा हुआ था लेकिन शारीरक रूप से ठीक न होने के कारण पैदा होने के दो महीने के भीतर ही मौत हो गई थी। तंदुरुस्त संतान की चाह में उन्होंने बच्चा चोरी कर उसे खुद पालने की योजना बनाई। इसी के चलते सोनू के घर से उसका सवा दो महीने का बच्चा चुरा लिया।


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