कारोबारी व उसके दोस्त को अमेरिका भेजने के नाम पर 42.65 लाख ठगने वाले बाप-बेटा गिरफ्तार
आरोपितों को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है। एसएचओ नवीन पाल ने बताया कि अभी पूछताछ की जा रही है। उसके बाद पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी।
जालंधर, जेएनएन। शहर के कारोबारी व उसके दोस्त को अमेरिका में सेटल करवाने के नाम पर 42.65 लाख रुपये ठगने वाले ट्रैवल एजेंट बाप-बेटे को थाना डिवीजन सात की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसएचओ नवीन पाल ने बताया कि आरोपितों को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है। अभी पूछताछ की जा रही है। उसके बाद पूरे मामले की जानकारी दी जाएगी।
गौरव कटारिया निवासी संत नगर, जालंधर ने 25 अक्टूबर को पुलिस कमिश्नर को शिकायत दी थी कि वह एक बिजनेसमैन हैं। उनके दोस्त रोहित चुघ की विक्रम सूरी, प्रदीप सूरी आदि के साथ जान-पहचान थी। जमशेर में डेयरी चलाने वाले रोहित चुघ ने उन्हें विक्रम सूरी से मिलवाया था और बताया कि विक्रम और उसका पिता प्रदीप सूरी उनकी तरह ही डेयरी का काम करते हैं और ट्रैवल एजेंट भी हैं। वह लोगों को विदेश भेजने का काम भी करते हैं। जब वह विक्रम और उसके पिता प्रदीप सूरी से मिला तो उन्होंने दावा किया कि अब तक बहुत सारे लोगों को विदेश में सेटल कर चुके हैं। अगर वह भी विदेश जाना चाहते हैं तो उसे भी परिवार समेत विदेश में पक्के तौर पर सेटल कर देंगे। इसके बाद कई बार मुलाकात हुई।
मेरे बिजनेस के बारे में जानने पर उन्होंने कहा कि आप तो बिजनेसमैन हैं, इससे वह बहुत जल्द अमेरिका में सेटल हो सकते हैं। उन्होंने मुझे और मेरे दोस्त रोहित चुघ को विश्वास में ले लिया। फिर, मुझे व मेरी पत्नी को विदेश भेजने के लिए विक्रम सूरी और प्रदीप सूरी ने 26.15 लाख रुपये और मेरे दोस्त रोहित से 16 लाख 50 हजार रुपये मांगे। इसके बाद मुझे और मेरे दोस्त रोहित को विदेश जाने की फाइल बनाने के लिए आधार कार्ड, शैक्षणिक योग्यता का सर्टिफिकेट और कुछ अन्य दस्तावेजों की फोटोकॉपी के अलावा मेरा व मेरी पत्नी और मेरे दोस्त का असली पासपोर्ट विक्रम और उसके पिता प्रदीप सूरी ने अपने पास जमा करवा लिए, जो आज तक उनके पास ही हैं। इसके बाद ना तो उनके पासपोर्ट दिए और ना ही दस्तावेजों की फोटो कॉपी लौटाई।
शिकायतकर्ता ने कहा कि किस्तों में उसने तकरीबन 26.15 लाख और उसके दोस्त रोहित ने 16.50 लाख अमेरिका जाने के लिए उसने विक्रम को दिए। इसके बाद उक्त आरोपितों ने न तो उन्हें अमेरिका भेजा और न ही पैसे व दस्तावेज लौटाए। यही नहीं दोनों ने फोन भी स्विच ऑफ कर दिए। पुलिस कमिश्नर ने इसकी जाच एसीपी हेडक्वार्टर को सौंपी?। जाच के बाद एसीपी हेडक्वार्टर ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि विक्रम और प्रदीप सूरी निवासी मॉडल टाउन के पास ट्रैवल एजेंसी चलाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से मंजूरशुदा लाइसेंस नहीं है। दोनों गैरकानूनी तरीके से लोगों को विदेश भेजने का धंधा करते हैं। इस रिपोर्ट के बाद पुलिस ने दोनों के खिलाफ 15 नवंबर को थाना डिविजन सात में धारा 406, 420, 120 बी आईपीसी और पंजाब ट्रैवल प्रोफेशनल एक्ट 2014 की धारा 13 के तहत केस दर्ज कर लिया था।