कैंट बोर्ड कर्मी को घर से उठा लाई पुलिस, पांच किलो डोडे का पर्चा डाला Jalandhar News
पत्नी रिंकी ने कहा कि 29 दिसंबर को सुबह सात बजे थाना नूरमहल पुलिस उनके घर आई। उन्होंने पति को बाहर बुलाया। फिर उसे अपने साथ ले गए और गिरफ्तारी कहीं और से दिखा दी।
जालंधर, जेएनएन। कैंट बोर्ड के सरकारी कर्मचारी को नूरमहल पुलिस घर से उठाकर ले गई और पांच किलो डोडे का केस डाल दिया। यह आरोप लगाते हुए उसकी पत्नी ने आइजी को शिकायत देकर इसकी जांच की मांग की है। पत्नी का आरोप है कि घर से ले जाने के बाद पुलिस ने दूसरी जगह से उसकी गिरफ्तारी दिखा दी। पहले उसने एक जनवरी को एसएसपी देहाती को शिकायत दी थी लेकिन कोई जांच-पड़ताल नहीं की गई।
रिंकी बाला निवासी गांव समराय फिल्लौर ने आइजी को दी शिकायत में कहा कि उसका पति राकेश जालंधर कैंट बोर्ड में कारपेंटर है। 29 दिसंबर को सुबह सात बजे थाना नूरमहल की पुलिस उनके घर आई। उन्होंने पति को बाहर बुलाया और उसकी तलाशी ली। कुछ बरामद न होने पर कहा कि राकेश को थाना नूरमहल लेकर जाना है। इस उन्होंने तुरंत गांव के पंचायत सदस्यों, देवर व जेठ को बुलाया। हमने पुलिस से पूछा कि वे पति को थाना नूरमहल क्यों लेकर जा रहे हैं जबकि उनका घर तो पुलिस थाना सदर के अधीन पुलिस चौकी जंडियाला में है। पुलिस वालों ने कहा कि उन्हें किसी केस में थाना नूरमहल में पूछताछ करनी है। फिर उसे घर भेज देंगे। इस बारे में नूरमहल पुलिस ने जंडियाला चौकी या थाना सदर को भी सूचना नहीं दी।
जब वे अपने रिश्तेदार व पंचायत सदस्यों को लेकर थाना नूरमहल पहुंची तो पति के खिलाफ पांच किलो डोडे का केस दर्ज कर दिया गया। रिंकी ने कहा कि पति को झूठा फंसाया गया है। नूरमहल पुलिस गरीबों के साथ धक्केशाही कर रही है। उसने कहा कि केस में जिस बूटा राम का नाम लिखा है, उसके साथ पति का कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस ने उसके पति की गिरफ्तारी बैनापुर से दिखाई है जबकि उसे घर से लेकर गए थे।
रिंकी ने आइजी से मामले की जांच किसी बड़े अधिकारी से करवाने की मांग की। नूरमहल के एसएचओ जतिंदर सिंह ने कहा कि पुलिस पार्टी ने उसे नशे के साथ पकड़ा था। इसके बाद केस दर्ज किया गया। अगर परिवार ने कोई आरोप लगाए हैं तो जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।