ई इनवॉइसिग सरकार का अच्छा कदम : एईटीसी गरचा
रीसेंट डवलपमेंट इनवॉइसिग फॉर्म अंडर जीएसटी विषय पर एक सेमिनार करवाया गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : पीएचडी चैंबर ऑफ इंडस्ट्री एंड कॉमर्स की ओर से स्थानीय होटल में रीसेंट डवलपमेंट इनवॉइसिग फॉर्म अंडर जीएसटी विषय पर एक सेमिनार करवाया गया। सेमिनार में पीएचडी के कन्वीनर अजय महाजन ने कहा कि एक अप्रैल से देश भर में ई-इनवॉइसिग लागू हो रही है। अभी तक जीएसटी रिटर्न भरने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। हर माह जीएसटी में कोई ना कोई नए बदलाव आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उद्योग जगत के लोग ई-इनवॉइसिग का स्वागत करते हैं। इसके तहत काम करने के लिए तैयार हैं। सरकार को पूरी तैयारी से इसे लागू करना होगा ताकि उद्योगपतियों को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े।
फिलहाल अभी भी कई बार जीएसटी का सर्वर डाउन होने से रिटर्न फाइल नहीं हो पाती। ई-इनवॉइसिग लागू होने पर ऐसी समस्या उद्योगपतियों के समक्ष नहीं होनी चाहिए। एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के एईटीसी डीएस गरचा ने कहा है कि ई-इनवॉइसिग सरकार का अच्छा कदम है। इंडस्ट्री को इसके साथ जुड़ना चाहिए। अगर इंडस्ट्री को जीएसटी से बंधी कोई समस्या है तो विभाग उसे हल करने को तैयार है। नॉर्दर्न इंडिया रीजनल काउंसिल के वाइस चेयरमैन हरकेश तारा ने कहा है कि ई वॉइस का मतलब है कि इलेक्ट्रॉनिक बिलिग को अंतर राष्ट्रीय सरकारों ने इसे अपनाया हुआ है टेली सॉल्यूशन कंपनी से तरुण ने बताया कि कंपनी ने ई-इनवॉइसिग को लेकर एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है जिससे उद्योगपतियों का डाटा सिक्योर रहेगा अगर उद्योगपति स्वयं अपना डाटा डिस्कनेक्ट करता है तभी डिस्कनेक्ट रहेगा। इस अवसर पर एडवोकेट एडवोकेट पवन कुमार, सीए विशाल गर्ग, सीए राजीव सलिल गुप्ता उपस्थित थे।