डीजल-पेट्रोल पर भी लगे जीएसटी
जागरण संवाददाता, जालंधर: पेट्रोल पंप डीलरों ने पेट्रोल व डीजल को भी जीएसटी के दायरे मे
जागरण संवाददाता, जालंधर: पेट्रोल पंप डीलरों ने पेट्रोल व डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाने की मांग की है। यहां प्रेस क्लब में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन पंजाब के प्रधान परमजीत सिंह दोआबा ने कहा कि पेट्रोल व डीजल पर जीएसटी लगाने से इसकी ब्लैक रुकेगी। दोआबा ने कहा कि वर्तमान में पेट्रोल व डीजल पर केंद्र की तरफ से तकरीबन 19 प्रतिशत एक्साइज डयूटी व पंजाब की तरफ से भी इतना ही वैट लगाया जा रहा है। अगर इसे जीएसटी के दायरे में लाया जाता है, तो अधिकतम स्लैब प्रतिशत में इसे रखने पर भी बीस-पच्चीस रुपए लीटर तक डीजल व पेट्रोल के दाम कम होने से उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। दूसरा राज्यों का वैट कम-ज्यादा होने से इनकी होती कालाबाजारी भी रुकेगी। इस मौके पर उनके साथ एसोसिएशन के सेक्रेटरी अशोक जैन व प्रवक्ता मोंटी सहगल भी मौजूद थे। दोआबा ने कहा कि आयल मार्केटिंग कंपनियों की जीरो टालरेंस पालिसी के कारण कई पंप वालों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसके तहत उनकी ओर से दो पंप वालों पर कार्रवाई की गई, लेकिन नाप तोल विभाग ने जांचा, तो मामला तय सीमा में पाया गया। इसलिए पंप वालों को बिना वजह परेशान ने किया जाए। पिछले साल चार नवंबर को कंपनियों के साथ पंप वालों की कमीशन बढ़ाने को लेकर बात हुई थी, लेकि न यह अब तक नहीं बढ़ाई गई। पेट्रोल व डीजल के दाम रोजाना बदलने की बजाय पंद्रह दिनों या महीने बाद बदले जाएं, क्योंकि बीस प्रतिशत पंपों पर ही आटोमिशन मशीनें लगी हैं , बाकी पंपों पर मेन्युली मशीनों की रोजाना सेटिंग करना आसान काम नहीं।
उन्होंने कंपनियों के गाड़ी के जरिए घर-घर जाकर पेट्रोल व डीजल बेचने के फैसले का भी विरोध किया। उन्होंने कहा कि इन सब मांगों को लेकर 13 अक्तूबर को एक दिन की हड़ताल रखी जाएगी और फिर बाद में मांगें न माने जाने तक 27 अक्तूबर से बेमियादी हड़ताल शुरू की जाएगी।