Lockdown में सबने दिया साथ, खुलने पर सरकार दे टैक्स और लोन की किस्त में रियायत
समाजसेवक मुनीष धीर ने कहा कि जो व्यापारी इन्कम टैक्स देते हैं सरकार उन्हें बैंकों की लिमिट में छूट दे। नवीन जैन ने कहा कि सरकार को व्यापारियों को कम ब्याज पर लोन देना चाहिए।
नकोदर (जालंधर), जेएनएन। इस समय कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिया हुआ है। रोजाना मौतों का सिलसिला जारी है। महामारी का मुकाबला करने के लिए सरकार ने पूर्ण तौर पर लॉकडाउन करके दूसरे देशों के मुकाबले काफी अधिक सफलता प्राप्त की है। सरकार संक्रमित लोगों के इलाज के लिए प्रयासरत है। समाज के हर वर्ग ने लॉकडाउन में सरकार का पूरा सहयोग किया है। हालांकि अब लोग लॉकडाउन खुलने के बाद की स्थित को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने सरकार से हर तरह की रियायत की दरकार है।
दरअसल, लॉकडाउन के कारण पूरे देश में जरूरी सेवाओं के अलावा सभी कामकाज बंद हो गए हैं। इससे अलग-अलग वर्गों और कामकाजी लोगों को आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आने वाले समय में जब लॉकडाउन खुलेगा तो उन्हें अपना कारोबार चलाने की फिक्र भी सताने लगी है। आम आदमी, दुकानदार, फैक्ट्री मालिकों और अन्य बिजनेस करने वालों को बैंक की किश्तें, होमलोन की किश्त, बच्चों की स्कूल फीसें, बिजली बिल, दुकानों के किराये, कर्मचारियों का वेतन के खर्चे भी देने होंगे। यह तब जब लॉकडाउन के दौरान आमदनी कुछ भी नहीं हुई है। आगामी मुश्किल दिनों को लेकर शहर के लोगों ने अपनी चिंता हमारे साथ साझा की और सरकार के आगे अपनी मांगें रखीं।
जीएसटी और इनकम टैक्स में छूट मिलेः मुनीष धीर
समाजसेवक मुनीष धीर का कहना है कि जो व्यापारी इन्कम टैक्स देते हैं, सरकार उन व्यापारियों को बैंकों की लिमिट में छूट दे, लाकडाउन समय इस लिमिट का ब्याज न लिया जाए। उन्होंने जीएसटी व इन्कम टैक्स में छूट और स्पेशल पैकेज की मांग की जिससे वे अपना व्यापार व परिवार चलाने में समर्थ हो सकें।
नवीन जैन का कहना है कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाना अच्छा कदम है लेकिन आने वाले समय में व्यापारियों व आम लोगों को होने वाली आर्थिक मुश्किलों बारे भी सरकार को सोचना चाहिए। सरकार बिजनेस को दोबारा पटरी पर लाने के लिए व्यापारियों को नए लोन कम ब्याज पर जारी करे ताकि व्यापारी अपना कारोबार पुन: चला सकें।
स्कूल फीस माफ होः गौरव जैन
एली हेमंत शर्मा और समाज सेवक गौरव जैन।
समाज सेवक गौरव जैन ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने को लेकर सरकार की ओर से घोषित लॉकडाउन को जनता ने पूरा समर्थन दिया है। अलग-अलग धार्मिक संस्थाएं अपना योगदान दे रही हैं लेकिन लॉकडाउन के समय अधिकतर व्यापारियों, दुकानदारों, फैक्ट्रियों वालों के काम बंद हैं। आमदनी बंद हो गई जबकि खर्च अपनी जगह हैं। सरकार को इस तरफ विशेष ध्यान देना चाहिए। स्कूलों की फीस माफ होनी चाहिए, लोन की किश्त को तीन माह के लिए आगे बढ़ाने की अनुमति देनी चाहिए।
सरकार विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने का प्रबंध करेः हेमंत
एली हेमंत शर्मा (वाइस डिस्ट्रिक गवर्नर-1 एसोसिएशन आफ अलायंस क्लब इंटरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 126 एन) का कहना है कि महामारी को लेकर सरकार ने लॉकडाउन का अच्छा फैसला किया। हालांकि इंटरनेशनल उड़ानें बंद होने से भारतीय नागरिक विदेश में फंसे हुए हैं। इनमें भारतीय विजिटर व इंटरनेशनल विद्यार्थी हैं, जिन्हें आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई की वापसी की फ्लाइट निरस्त हो गईं और अब वे नई टिकट लेने में असमर्थ हैं। सरकार सभी भारतीय नागरिकों को वापस लाने का प्रबंध करे।
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें