एनटीएसई में टॉप करने वाली पारूल नीट में जिला टॉपर
पारूल बेरी ने देशभर में 47 रैंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया है।
कमल किशोर, जालंधर : नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जामिनेशन) का परिणाम सोमवार को घोषित कर दिया गया। पारूल बेरी ने देशभर में 47 रैंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया है। पारुल ने शिशु मॉडल स्कूल, चंडीगढ़ से बारहवीं की है। वह नेशनल टैलेंट सर्च एग्जामिनेशन (एनटीएसई) में भी टॉपर रही है। एपीजे स्कूल से 12वीं कर चुके रिद्धम ने 93 रैंक प्राप्त कर जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया। राइ¨जग स्टार स्कूल, दिल्ली के अक्षित ने 297वां रैंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। शिव ज्योति पब्लिक स्कूल से 12वीं करने वाली महक ने 378 रैंक प्राप्त कर चौथा व हर्ष दुग्गल ने 618वां रैंक प्राप्त कर जिले में पांचवां स्थान पाया। परीक्षा में जिले से कुल 4500 विद्यार्थी बैठे थे। गाइनोकोलॉजिस्ट बनना चाहती है पारूल
पारूल बेरी अपनी मां की तरह गाइनोकोलॉजिस्ट बनना चाहती है। पिता डॉ. प्रवीण बेरी व मदर डॉ. सीमा बेरी का अपना अस्पताल है। पारूल ने वर्ष 2016 एनटीएसई परीक्षा में राज्य स्तर पर टॉप किया था। वह इंटरनेशनल बायलॉजी ओ¨लपयाड स्टेज टू में भी टॉपर रही है। उसने सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल में दसवीं में भी टॉप किया था। पारूल ने चंडीगढ़ के एलेन इंस्टीट्यूट से को¨चग ली थी। बारहवीं के दौरान ही नीट की तैयारी करनी शुरू कर दी थी। उसे किताबें पढ़ना और म्यूजिक सुनना अच्छा लगता है। भाई के नक्शेकदम पर रिद्धम
न्यू अशोक नगर का रिद्धम मेहंदीरत्ता अपने भाई डॉ. सौरव के नक्शेकदम पर चल रहा है। वह डीएमसी लुधियाना से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर चुका है और अब पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहा है। रिद्धम ने कहा कि पिता राजकुमार गारमेंट्स के डिस्ट्रीब्यूटर हैं। मां सरिता अरोड़ा हाउसवाइफ हैं। उसने 12वीं में 96.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। बारहवीं की परीक्षा के साथ-साथ नीट की तैयारी करनी शुरू कर दी थी। रोजाना सात घंटे पढ़ता था। वह अपने भाई की तरह एक अच्छा डॉक्टर बनना चाहता है।
पिता की तरह किडनी स्पेशलिस्ट बनना चाहता है अक्षित
गुरु नानक मिशन चौक निवासी अक्षित मित्तल अपने पिता डॉ. अतुल मित्तल की तरह किडनी स्पेशलिस्ट बनना चाहता है। मां डॉ. अनु मित्तल हैं। 12वीं में 94.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। अक्षित ने बताया कि उसने जिला स्तर पर लॉन टेनिस व टेबल टेनिस में कई पुरस्कार जीते हैं। वह रोजाना सात घंटे पढ़ाई करता था। उसने 12वीं की परीक्षा के दौरान ही नीट की तैयारी शुरू कर दी थी।
महक सपना रहा है डॉक्टर बनना
राज नगर की महक एमबीबीएस करना चाहती है। पिता राम कृष्ण यादव साई दास स्कूल में साइंस के शिक्षक हैं। महक ने बारहवीं में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। बचपन से ही उसका डॉक्टर बनने का सपना था। बोर्ड की परीक्षा के साथ ही उसने नीट की तैयारी शुरू कर दी थी। उसे किताबें पढ़ना व म्यूजिक सुनना अच्छा लगता है। तैयारी के दौरान कोई समस्या होती थी तो पिता से पूछ लेती थी।