अमृतसर में आइएसआइ के लिए जासूसी करने वाले अदालत में पेश, स्टेशन के बाहर लेमन सोडा बेचता था रियाज
पंजाब पुलिस की स्पेशल आपरेशन विंग ने कोलकाता निवासी रियाज और बिहार के जिला मधुबनी निवासी शमशाद अमृतसर में आर्मी एरिया के कई संवेदनशील दस्तावेजों और तस्वीरों के साथ गिरफ्तार किया था। वे ये जानकारी पाकिस्तान भेजने की फिराक में थे।
जासं, अमृतसर। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़े गए दो आरोपितों को वीरवार को पुलिस ने अदालत में प्रस्तुत करके दो दिन का रिमांड हासिल किया है। स्टेट स्पेशल आपरेशन सेल ने बुधवार की रात अमृतसर रेलवे स्टेशन के पास पड़ोसी देश की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए जासूसी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। कोलकाता निवासी रियाज और बिहार के जिला मधुबनी निवासी शमशाद के कब्जे से पुलिस ने थाना क्षेत्र के कई दस्तावेज बरामद की हैl जिसे वे पाकिस्तान भेजने की फिराक में थे।
बता दें कि मुख्य आरोपित जफर रियाज कोलकाता के बेनियापुकर गांव स्थित ओस्टागारलेन क्षेत्र का रहने वाला है। वह वर्ष 2005 से आइएसआइ के लिए जासूसी कर रहा है। रियाज यह काम अकेले नहीं करता था। उसने अपने साथ बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले शमशाद को भी मिला लिया था। आरोप है कि दोनों आईएसआई एजेंट आवेश के इशारे पर गुरुनगरी में सेना की खुफिया जानकारी, तस्वीरें आदि जुटाकर पाकिस्तान भेजते थे।
बुधवार को प्रारंभिक पूछताछ में रियाज ने स्वीकार किया था कि वह कुछ साल पहले लाहौर (पाकिस्तान) गया था। वहां उसे राबिया नाम की युवती ने प्रेम जाल में फंसाकर शादी कर ली। इसके बाद उसी ने उसे आईएसआई एजेंट आवेश से मिलवाया था। फिर, भारत लौटकर वह गंभीर रूप से बीमार पड़ गया। इसके बाद जब वह पाकिस्तान लौटा तो फिर एजेंट आवेश से मिला और पैसों के बदले में वह आईएसआई के लिए जासूसी करने लगा। उसने अपने साथ अमृतसर रेलवे स्टेशन के बाहर लेमन सोडा बेजने वाले शमशाद को भी मिला लिया।
बता दें कि पाकिस्तान लगातार पंजाब को अस्थिर करने की फिराक में रहता है। इसके लिए उसने नार्को टेरर फैलाने का रास्ता चुना है। एक तरफ वह सीमा पार से ड्रोन के जरिये हथियार और हेरोइन भिजवाता है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान में ही बैठे खालिस्तानी आतंकियों के जरिये भारत में हिंसक गतिवधियां अंजाम देता है।