बस स्टैंड पर नियम दरकिनार, अधिक अड्डा फीस वसूल रहा ठेकेदार
जालंधर बस स्टैंड निजी हाथों में सौंपने के बाद रोडवेज अफसरशाही की नाक तले ही नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : महानगर के शहीद-ए-आजम भगत सिंह इंटर स्टेट बस टर्मिनल को निजी हाथों में सौंपने के बाद रोडवेज अफसरशाही की नाक तले ही नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। बस स्टैंड का संचालन करने वाला ठेकेदार नियमों को दरकिनार करते हुए बस स्टैंड से बाहर निकलने वाली बसों से तय अड्डा फीस से ज्यादा रकम वसूल रहा है।
जालंधर बस स्टैंड से रोजाना 2000 से ज्यादा बसें निकलती है। सरकार द्वारा प्रत्येक बस के लिए 80 रुपये अड्डा फीस निर्धारित की गई है, जो जीएसटी जोड़कर 94.40 रुपये बनती है। ठेकेदार मनमानी कर प्रत्येक बस से 100 रुपये वसूल रहा है। ऐसे में प्रत्येक बस से 5.60 रुपये ज्यादा लिए जा रहे हैं।
इतना हीं नहीं, पंजाब रोडवेज जालंधर-2 की वर्कशॉप के आगे से जयपुर, दिल्ली, जम्मू, लखीमपुर आदि के लिए अवैध रूप से बसें चलाई जाती हैं। ठेकेदार बस स्टैंड से बाहर जाकर उनसे भी अड्डा फीस ले लेता है।
निजी ट्रांसपोर्टर बोले, पांच रुपये के लिए कौन बहस करे
कुछ निजी ट्रांसपोर्टरों का तर्क है कि जब से ठेकेदार ने बस स्टैंड का संचालन शुरू किया है, तभी से अधिक फीस वसूली जा रही है। इतना वक्त नहीं होता कि कंडक्टर उतरकर पांच रुपये बकाया लेने के लिए काउंटर पर बैठे शख्स से बहस करता रहे।
ज्यादा फीस वसूली जा रही है तो कार्रवाई होगी
पंजाब रोडवेज जालंधर के जनरल मैनेजर परनीत सिंह मिन्हास ने बताया कि यह सही है कि जालंधर बस स्टैंड से रोजाना दो हजार से ज्यादा बसें निकलती हैं। हालांकि इनमें से लगभग 1500 बसें सरकारी हैं, जो अड्डा फीस नहीं देतीं। बाकी निजी बसों से अगर ठेकेदार ओवर चार्जिंग कर रहा है तो यह गंभीर मामला है। इसकी जांच करवाई जाएगी और ओवरचार्जिंग होती पाई गई तो नियमों के मुताबिक ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।