हमारा काम बच्चों को पढ़ाना, बीज लगाकर पौध तैयार करना नहीं : आंगनबाड़ी वर्कर
हमारा काम है बच्चों को पढ़ाना बीज लगाकर पौध तैयार करना नहीं। केंद्र सरकार ने पोषण वाटिका स्कीम के तहत आंगनबाड़ी वर्करों को किचन गार्डन तैयार करने को कहा है। इसी रोष के चलते आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब की जिला इकाई ने डीसी दफ्तर के बाहर रोष जाहिर किया। जिला प्रधान सरबजीत की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल ने डीसी घनश्याम थोरी को केंद्र सरकार की तरफ से भेजे गए बीज वापस दिए।
जासं, जालंधर : हमारा काम है बच्चों को पढ़ाना, बीज लगाकर पौध तैयार करना नहीं। केंद्र सरकार ने पोषण वाटिका स्कीम के तहत आंगनबाड़ी वर्करों को किचन गार्डन तैयार करने को कहा है। इसी रोष के चलते आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन पंजाब की जिला इकाई ने डीसी दफ्तर के बाहर रोष जाहिर किया। जिला प्रधान सरबजीत की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल ने डीसी घनश्याम थोरी को केंद्र सरकार की तरफ से भेजे गए बीज वापस दिए। सरबजीत ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से आंगनबाड़ी वर्करों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। वे कहती हैं कि केंद्र सरकार के पोषण महाप्रोग्राम में किचन गार्डन मनरेगा की मदद से संयुक्त स्थानों पर तैयार किए जाने हैं। इनकी देखभाल भी मनरेगा के तहत ही की जानी है। उसके बावजूद बाल विकास प्रोजेक्ट अफसर आंगनबाड़ी वर्करों को यह वाटिका लगाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। 20 सितंबर 2017 से स्कूलों में प्री प्राइमरी क्लासें शुरू की गई। आंगनबाड़ी वर्करों के पास यही आखिरी जिम्मेदारी थी और अब उनसे यह भी छीन ली गई है। उनकी मांग है कि तीन से छह साल के बच्चों की जिम्मेदारी आंगनबाड़ी वर्करों को सौंपी जाए। अगर उनकी मांगें न मानी गई तो दस जून कोपंजाब के सभी विधायकों को मांग पत्र देकर रोष जाहिर किया जाएगा। उसके बाद भी उनकी मांगों पर गौर न किया तो संघर्ष की राह पर हजारों वर्कर सड़कों पर उतरेंगे। इस मौके पर पूनम रानी, निरंजन कौर, नीलम, बलविदर कौर, नरेश, मनजीत कौर, सरबजीत आदि मौजूद रहे।