शहर में स्वाइन फ्लू ने फैलाए पांव, तीन लोगों की मौत के बाद चपेट में आया हैमिल्टन एंक्लेव का बुजुर्ग
तीन-चार दिन पहले बुजुर्ग में लक्षण सामने आने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। परिजन उन्हें डीएमसी अस्पताल लुधियाना ले गए थे। सैंपल जांच में स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जानलेवा स्वाइन फ्लू जिले में तेजी पैर पसार रहा है। जालंधर में तीन लोगों की मौत के बाद अब हैमिल्टन एन्क्लेव निवासी एक बुजुर्ग इसकी चपेट में आ गया है। इसी के साथ, अब शहर में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या 10 हो गई है। इनमें से तीन की मौत हो चुकी है। वहीं सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू से मिलते लक्षणों की वजह से मरीजों में अफरातफरी है। स्वाइन फ्लू को लेकर लोगों में दहशत बढऩे लगी है।
सेहत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार हैमिल्टन एन्क्लेव के 59 साल के एक बुजुर्ग को स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। तीन-चार दिन पहले मरीज में लक्षण सामने आने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। उनके परिजन मरीज को डीएमसी अस्पताल लुधियाना में ले गए थे। वहां उसका सैंपल जांच के लिए पीजीआइ चंडीगढ़ भेजा गया था। रिपोर्ट में उसे स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई है। परिजनों ने उसे हीरो हार्ट अस्पताल लुधियाना में दाखिल करवा दिया है। सेहत विभाग ने मरीज के छह परिजनों को एहतियातन दवा खिला दी है।
इधर, पांच साल के एक बच्चे को स्वाइन फ्लू के लक्षण सामने आने पर निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। फिलहाल उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि, मामला सेहत विभाग के पास नही पहुंचा है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार बग्गा ने बताया कि इस मामले में भी मरीज के परिवार के पांच सदस्यों को एहतियातन दवा देने के लिए हिदायतें जारी कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि जिले में मरीजों की संख्या अब 10 तक पहुंच गई है। वहीं, स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों की संख्या 285 तक पहुंच गई है।
लड़की की मौत की होगी जांच
भार्गव कैंप में लड़की की स्वाइन फ्लू से मौत के मामले को लेकर सेहत विभाग पल्ला झाड़ रहा है। सिविल सर्जन डॉ. बग्गा ने बताया कि भार्गव कैंप में लड़की की स्वाइन फ्लू से मौत की पुष्टि नहीं हुई है। उसकी रिपोर्ट मंगवाकर जांच करवाई जाएगी। उसके बाद मौत का कारण सामने आएगा। विभाग की टीम भार्गव कैंप में भेजी गई थी और एहतियातन परिवार के पांच सदस्यों को दवा दे दी गई है। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू से संबंधित लक्षण होने पर मरीज को तुरंत सिविल अस्पताल में पहुंचना चाहिए। यहां विभाग की ओर से मुफ्त इलाज किया जाता है।