अमृतसर एयरपोर्ट पर तीन कारतूस सहित एनआरआइ काबू, दोहा-कतर जाने की फिराक में था जर्मन निवासी सुभाष
अमृतसर में श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर एयरपोर्ट अथारिटी ने दोहा कतर जाने की फिराक में एक एनआरआइ से तीन कारतूस बरामद किए हैं। आरोपित जर्मन का रहने वाला है। फिलहाल वह जालंधर में किसी रिश्तेदार से मिलकर लौट रहा था।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। अमृतसर में श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दोहा कतर जाने की फिराक में एक एनआरआइ को एयरपोर्ट अथारिटी ने काबू कर लिया। आरोपित के कब्जे से तीन कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने आरोपित की पहचान जर्मन स्थित फेलबैक निवासी सुभाष चंद्र के रूप में बताई है। आरोपित पिस्टल की तीन गोलियों को बैग में छिपाकर दोहा-कतर जाने की फिराक में था। सुभाष फिलहाल जालंधर स्थित करतार नगर में रहने वाले अपने किसी रिश्तेदार से मिलकर लौट रहा था। एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक सुभाष चंद्र स्पाइस जेट की फ्लाइट से दोहा कतर जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचा था। वह जालंधर जिले के करतार नगर में माडल टाउन में किसी रिश्तेदार से मिलकर आया था। एयरपोर्ट पर सामान की तलाशी के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उसके चमड़े के बैग से पिस्तौल के तीन कारतूस बरामद किए हैं। पूछताछ के दौरान सुभाष पुलिस और अन्य जांच एजेंसी को कई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
देवर ने चलाई गोलियांतो भागकर बचाई जान
अमृतसर। थाना जंडियाला के पास नत्थूयाना गांव के पास कुछ लोगों ने घर के बाहर पहुंच कर गोलियां चलानी शुरू कर दी। परिवार के सदस्यों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने जांच के बाद विवाहिता के देवर मेहरबान सिंह और उसके तीन साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। सब इंस्पेक्टर द¨वदर सिंह ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है। कश्मीर कौर की शिकायत पर जंडियाला थाने की पुलिस ने उनकी बेटी के देवर मेहरबान सिंह और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कश्मीर कौर ने बताया कि उसकी बेटी अमनप्रीत कौर ने चार साल पहले गदली गांव में रहने वाले जगरूप सिंह के साथ प्रेम विवाह रचाया था। कुछ दिन पहले अमनप्रीत कौर का पति से विवाद हो गया और वह अपने मायके घर आकर रहने लगी। शुक्रवार की रात उनके घर के बाहर गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। जैसे ही वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ घर से बाहर निकली तो अमनप्रीत कौर का देवर मेहरबान सिंह अपने तीन साथियों के साथ गोलियां चला रहा था। वह किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से घर के भीतर छिप गईं और आरोपित जान से मारने की धमकियां देते हुए फरार हो गए।