कोरोना संक्रमित क्षेत्रों से सफाई सेवक हटाए, अब स्वास्थ्य विभाग उठवाएगा कूड़ा
जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए 2006 लोगों को आइसोलेट किया गया है। आइसोलेशन सेंटरों घरों व सील क्षेत्रों से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी सेहत विभाग पर रहेगी।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना पॉजिटिव और कोरोना के संदिग्ध मरीजों के संपर्क में आए दो हजार से ज्यादा लोगों के घरों और संक्रमित इलाकों से कूड़ा उठाने के काम से सफाई सेवकों को हटा लिया गया है। कारण, इन घरों और इलाकों का कूड़ा भी कोरोना संक्रमित हो सकता है। नगर कौंसिलों और पंचायतों से जुड़े सफाई सेवक भी संक्रमित घरों और इलाकों से कूड़ा नहीं उठाएंगे। जिले में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए 2006 लोगों को आइसोलेट किया गया है। इन आइसोलेशन सेंटरों, घरों और सील किए इलाकों से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी सेहत विभाग पर रहेगी। मेयर जगदीश राजा ने बताया कि निगम कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में पत्र भी लिख दिया है और देहाती इलाकों में भी विभाग ही यह जिम्मेदारी उठाएगा।
निगम के स्वास्थ्य अफसर डॉ. श्रीकृष्ण ने कहा कि है कि निजात्म नगर और नारायण नगर का इलाका सील है। कोरोना पॉजिटिव महिला का घर जिस गली में हैं, उसमें कोई सफाई सेवक नहीं जा सकता। इस इलाके का कूड़ा अब खतरनाक श्रेणी में है। इन इलाकों में करीब 500 घर हैं। पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के पास भी घातक वेस्ट नष्ट करने की मशीन है, लेकिन इनकी इंवॉल्वमेंट पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। पीपीसीबी से बात कर रहे हैं कि वह कूड़ा नष्ट करने वाली मशीन भेजकर इलाके में ही कूड़ा नष्ट कर दें। पीपीसीबी के एन्वायरनमेंटल इंजीनियर हरबीर ङ्क्षसह ने कहा कि सरकार से अभी कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
सभी संक्रमित इलाकों की मॉनिटरिंग करेंगे : मेयर
मेयर जगदीश राज राजा ने कहा कि कोरोना संक्रमित इलाके और घरों से कूड़ा उठाने का काम सफाई सेवक नहीं करेंगे। वे खुद इन इलाकों की मॉनिटरिंग करेंगे ताकि उनका कूड़ा डंप तक न पहुंचे। आइसोलेशन वार्डों, क्वारंटाइन किए लोगों के घरों से कूड़ा सेहत विभाग ही उठवाएगा। इसके लिए निगम कमिश्नर ने विभाग को पत्र भी लिख दिया है।
दिल्ली में मुलाजिमों को दिए पीपीई सूट, जालंधर में नहीं है किट
दिल्ली में नगर निगम के सफाई मुलाजिम आइसोलेशन और क्वारंटाइन किए लोगों के घरों से वेस्ट उठा रहे हैं, लेकिन इसके लिए चुनिंदा सफाई सेवकों की ड्यूटी लगाई गई है। उन सफाई सेवकों को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट दी गई है। यह किट इलाज के दौरान हेल्थ टीम को दी जाती हैं। जालंधर नगर निगम के पास ऐसी किट नहीं है और ना ही कोई मुलाजिम इसके मुताबिक प्रशिक्षित हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग को संक्रमित इलाकों में वेस्ट मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी गई है।
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